झारखंड में करमा डाली विसर्जन के दौरान 5 बच्चों की डूबने से मौत

एक युवक की करंट ने ली जान
.

झारखंड में करमा के बाद डाली विसर्जन के दौरान दो बड़ी घटनाएं हुई हैं. हजारीबाग में विसर्जन के दौरान तीन बच्चियों की नदी में डूबने से मौत हो गई. वहीं दूसरी घटना धनबाद की है, वहां भी करमा डाली विसर्जन के दौरान दो बच्चे नदी में डूब गए. दोनों घटनाओं में पांच बच्चों की मौत हो गई. घटना के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. वहीं पूरे इलाके में शोक की लहर है. बता दें कि इस साल करमा पूजा के दौरान लगातार घटनाएं हो रही हैं.
चौपारण में तीन बच्चियों की मौत

पहली घटना हजारीबाग जिले के चौपारण प्रखंड की है, जहां ओबरा गांव की कुछ बच्चियां मंगलवार को करमा डाली का विसर्जन करने बड़ाकर नदी गईं थीं. इस दौरान नदी के तेजधार में 6 बच्चियां बही गयीं. स्थानीय लोगों ने किसी तरह तीन को बाहर निकाल लिया, लेकिन तीन बच्चियां नदी में बह गईं. बताया गया कि बच्चियां गांव की अन्य महिलाओं के साथ नदी में करमा की डाली प्रवाहित करने गयीं थीं. इसी बीच पैर फिसल गया और वे तेजदार पानी की धार में चली गयीं. घटना की सूचना के बाद प्रशासन का अमला घटनास्थल पर पहुंच गया है. जिसके बाद गोताखोरों की टीम को बुलाया गया. खबर लिखे जाने तक एक शव को बाहर निकाल लिया गया है. वहीं दो की खोजबीन जारी है.
बाघमारा में दो बच्चों की मौत

दूसरी घटना धनबाद जिले के बाघमारा थाना क्षेत्र की है, जहां माटिगढ़ जमुनिया नदी में करमा डाली विसर्जन के दौरान दो बच्चों की डूबने से मौत हो गई है. मृतकों की पहचान देवराज कुमार (10) और सलोनी कुमारी (14) के रूप में हुई है. जानकारी के मुताबिक पांच बच्चे करम डाली विसर्जन के लिये नदी गए थे. नदीं में पानी का बहाव काफी तेज था, जिसमें पांचों बच्चे डूबने लगे. इनमें से तीन बच्चों को किसी तरह सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, लेकिन दो को बचाया नहीं जा सका. हालांकि, घटना की सूचना पर आनन फानन में परिजन दोनों बच्चों को बीसीसीएल क्षेत्रीय अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
गिरिडीह: करमा पूजा के लिए फूल लाने गए युवक की डूबने से मौत, मातम में बदली खुशियां
कैसे हुआ हादसा

घटना आज, मंगलवार सुबह 6 बजे की है. बताया जा रहा है कि बच्चे करमा डाली विसर्जन करने आए थे. इसी बीच डैम की सीढ़ी पर उनका पैर फिसल गया. डैम में लाबालब पानी भरा हुआ है. दोनों बच्चे पानी से निकल नहीं पाए. बाकी तीन बच्चों को नदी में नहा रही महिलाओं ने अपनी साड़ी फेंककर बाहर निकाला. दोनों बच्चे को पानी में डूबते देख लोगों ने शोर मचाया. परिजन दौड़ते हुए डैम पहुंचे. आधे घंटे के बाद काफी मशक्कत से लोगों ने दोनों बच्चों को जाल फेंक कर पानी से बाहर निकाला और इलाज के लिए डुमरा बीसीसीएल रीजनल अस्पताल ले गये. जहां चिकित्सकों ने दोनों बच्चों को मृत घोषित कर दिया. तसल्ली के लिए परिजन उन्हें कतरास के निजी अस्पताल ले गये, लेकिन वहां भी चिकित्सकों ने उन्हें मृत बताया. घटना के बाद डैम कॉलोनी में करमा पर्व की खुशी का मातम में बदल गयी. परिजनों की चीख-पुकार से कोहराम मच गया.

घटना की सूचना पाकर बाघमारा विधायक ढुलू महतो और पुलिस मौके पर पहुंची. विधायक ने आपदा प्रबंधन से मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया. इधर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. घटना से पूरे इलाके में शोक है. वहीं, विधायक ने बीसीसीएल पर जमुनिया नदी सुरक्षा को लेकर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है. इधर, पुलिस ने घटना की छानबीन कर परिजनों से पूछताछ की. सोनाली कुमारी का शव पंचनामा करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए धनबाद भेज दिया गया. जबकि देवराज के शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए उनके परिजन तैयार नहीं हुए. इस मामले में पुलिस ने यूडी केस दर्ज किया है.
करमा पूजा के दौरान लगातार घटी घटनाएं

बता दें कि इस साल झारखंड में करमा पूजा के दौरान लगातार घटनाएं हो रही है. आज जहां करमा डाली विसर्जन के दौरान डूबने से 5 बच्चों की मौत हो गई. वहीं कल ही यानी सोमवार को गिरिडीह में करमा के लिए फूल लाने तालाब गए युवक की भी डूबने से मौत हो गई. इससे पहले गिरिडीह में ही करमा जावा उठाने गईं चार बच्चियों की तालाब में डूबने मौत हो गई.
करम डाली में आया करंट, युवक की मौत

मंगलवार को ही कोडरमा में भी करमा पर्व के बाद एक हादसा हो गया. जिला के नवलशाही थाना क्षेत्र अंतर्गत डोंगोडीह में करमा पूजा के दौरान दो युवक करंट की चपेट में आ गए. इस घटना में एक की मौत हो गई है. जबकि एक की स्थिति गंभीर बताई जा रही है. जानकारी के मुताबिक करम डाली में करंट आ गई थी, जिससे दोनों चपेट में आ गए.

Share this News...