कौन है सुजीत कंस्ट्रक्शन, पप्पू वर्मा कंस्ट्रक्शन? कमारगोड़ा से कपाली सड़क व नाली निर्माण के गुणवत्ता पर सवाल, आंदोलन की चेतावनी

चांडिल । आखिर कौन हैं सुजीत कंस्ट्रक्शन और पप्पू वर्मा कंस्ट्रक्शन? ये दोनों किसके पसंदीदा ठेकेदार हैं? कपाली नगर परिषद के किस अधिकारी की मदद से इन्हें ठेका दिया जाता है? क्या इनके कार्यों की निगरानी अधिकारी नहीं करते हैं? यह तब खड़े हुए हैं जब कपाली नगर परिषद के वार्ड पार्षद मोहम्मद इमरान अंसारी ने मीडिया के समक्ष अपनी बातों को रखा। वार्ड पार्षद मोहम्मद इमरान अंसारी ने मीडिया के समक्ष अपने बयान देकर नगर परिषद के अधिकारियों और इन सुजीत कन्स्ट्रक्शन और पप्पू वर्मा कन्स्ट्रक्शन को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
बताया जाता है कि कमारगोड़ा से कपाली तक हो रही सड़क व नाली निर्माण के गुणवत्ता पर उठने लगे हैं। यह सवाल खड़े करने वाले कोई और नहीं, बल्कि नगर परिषद के ही वार्ड पार्षद हैं। आरोप है कि नगर परिषद के अधिकारियों और ठेकेदार की मिलीभगत से सरकारी राशि की लूट हो रहीं है।
इन दिनों सरायकेला खरसावां जिले के कपाली नगर परिषद के अधिकारियों के कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह लग रहे हैं। लोगों के बीच चर्चा है कि नगर परिषद के अधिकारी और ठेकेदारों की मिलीभगत से सरकारी राशि की लूट हो रही हैं। यहां जनता प्रायः नगर परिषद के कार्यशैली पर सवाल खड़े करते हैं। लोगों का कहना है कि नगर परिषद द्वारा सरकारी राशि योजनाओं पर खर्च की जाती हैं, लेकिन उसका लाभ जनता को नहीं मिलता है। इसका ताजा उदाहरण नगर परिषद कार्यालय परिसर में बना पार्क है। पार्क को देखते ही समझ में आ रही हैं कि यहां कई वर्षों से साफ सफाई नहीं हुआ है। सफाई के लिए लाए गए वाहन भी बेकार पड़े हैं और सड़ने लगे हैं।
अब ताजा मामला सामने आया है, जिसके निर्माण कार्य में गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो रहे हैं। वहीं, नगर परिषद के अधिकारियों पर ठेकेदारों से मिलीभगत कर गुणवत्ता की जांच नहीं किए जाने का आरोप है। बताया जा रहा है कि कमारगोड़ा से कपाली तक करीब तीन किलोमीटर सड़क व नाली निर्माण कार्य किया जा रहा है, जिसमें एक महत्वपूर्ण पुलिया भी निर्माण कार्य में शामिल हैं। तकरीबन आठ करोड़ की लागत से इन योजनाओं का काम हो रहा है, लेकिन निर्माण कार्य कछुआ गति से चल रही हैं। अब इसके पीछे क्या कारण है यह तो नगर परिषद के अधिकारी और ठेकेदार ही बता पाएंगे। लेकिन वे मीडिया और जनता के सवालों से भाग रहे हैं।
कपाली नगर परिषद के वार्ड 13 के पार्षद मोहम्मद इमरान अंसारी ने कहा कि क्षेत्र के जनता के लिए यह दुर्भाग्यपूर्ण है। यहां के जनप्रतिनिधियों को जनता की कोई चिंता नहीं है। वहीं, यहां के पदाधिकारियों को भी जनता के समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है। इमरान अंसारी ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकारी राशि की लूट हो रहीं हैं, ठेकेदार और अधिकारी की मिलीभगत से राशि की बंदरबांट हो रहीं है। यहां के अधिकारी अपने पसंदीदा ठेकेदारों को लाभ पहुंचाने और अपना जेब गर्म करने के लिए ठेका दिलाते हैं। उन्होंने बताया कि आठ नौ महीने पहले योजनाओं का शिलान्यास हो गया है लेकिन काम अबतक शुरू नहीं हुआ है। कमारगोड़ा से कपाली तक तीन किलोमीटर सड़क करीब सवा तीन करोड़ की लागत से बन रहीं है, जिसका ठेका सुजीत कन्स्ट्रक्शन को मिला है। वहीं, करीब तीन किलोमीटर नाली निर्माण कार्य पप्पू वर्मा कंस्ट्रक्शन को मिला है। लेकिन दोनों ही ठेकेदार बहाना बनाकर काम बंद कर रखा है। वार्ड पार्षद इमरान अंसारी का कहना है कि ठेकेदार बालू नहीं मिलने का बहाना बना रहे हैं, यह उनका मसला है, इसमें जनता क्या करे? नगर परिषद में लूट मची हुई हैं, निर्माण कार्य में गुणवत्ता की जांच नहीं होता है। ऐसे कई सड़कों का निर्माण हुआ और कुछ महीने में धंस गया है। इमरान अंसारी ने कहा कि कमारगोड़ा – कपाली सड़क निर्माण और नाली निर्माण के गुणवत्ता की जांच हो। गुणवत्तापूर्ण सड़क और नाली का निर्माण हो, ताकि जनता को सुविधा मिले। यदि नियमानुसार निर्माण कार्य नहीं होता है तो वे जनता के साथ आंदोलन करेंगे और अधिकारियों की पोल खोल देंगे।

Share this News...