नयी दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के पूर्व छात्र संघ नेता कन्हैया कुमार और गुजरात के निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवानी मंगलवार को कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। इस अवसर पर पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, रणदीप सिंह सुरजेवाला, हार्दिक पटेल समेत कई नेता मौजूद रहे।
कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी में शामिल होने के बाद कन्हैया कुमार ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि आज शहीद-ए-आजम भगत सिंह की जयंती है। शहीदी पार्क में हम गए थे उन्हें श्रद्धांजलि देने। युवाओं के आइकन भगत सिंह को प्रणाम करता हूं। सूचना क्रांति के दौर में हमसे ज्यादा मालूम हमारे पत्रकार साथियों को होता है। बेहतर यह होगा कि आप सवाल करें। आप सवाल कहां से पूछेंगे, आपके मन में क्या सवाल है, इसका अंदेशा है मुझे।
कन्हैया कुमार ने कहा कि हम देश की सबसे पुरानी पार्टी, सबसे लोकतांत्रिक पार्टी में इसलिए शामिल हो रहे हैं क्योंकि इस देश के लाखों-करोड़ों लोगों को लगने लगा है कि कांग्रेस नहीं बची तो देश नहीं बचेगा। कांग्रेस पार्टी वो पार्टी है जो गांधी की विरासत को आगे ले जाएगी, जो सरोजिनी नायडू, आंबेडकर, नेहरू, अशफाक उल्लाह खान, भगत सिंह और मौलाना आजाद के रास्तों पर चलेगी। हम जब भी हम समानता और बराबरी की बात करते हैं- यह कुछ व्यक्तियों तक सीमित नहीं है, ये भारतीय होने का इतिहास है और इस भारतीय होने के इतिहास को अगर कोई अपने आप में कोई समेटे हुए है तो वह देश की सबसे पुरानी पार्टी है।
पंजाब में नवजोत सिंह सिद्धू के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से अचानक इस्तीफे के बाद पार्टी में हड़कंप मचा हुआ है। दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय पर जबर्दस्त हलचल जारी है। बिहार से कन्हैया कुमार और गुजरात से जिग्नेश मेवाणी आज कांग्रेस में शामिल हुए। दोनों को कांग्रेस में शामिल कराने के लिए राहुल गांधी कांग्रेस मुख्यालय तो पहुंचे, लेकिन दोनों को कांग्रेस में शामिल कराने के लिए जब प्रेस कॉन्फ्रेंस शुरू हुई, तो राहुल गांधी इसमें नहीं पहुंचे। इससे थोड़ी देर पहले जब राहुल गांधी से नवजोत सिंह सिद्धू के पद छोड़ने के बारे में सवाल किया गया, तो वे बिना कुछ बोले आगे बढ़ गए।
दोनों युवा नेता कांग्रेस में शामिल होने से पहले राहुल गांधी के साथ शहीद भगत सिंह पार्क पहुंचे। जहां पर उन्होंने भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया।
कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि इन्होंने (कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवाणी) लगातार मोदी सरकार और हिटलरशाही की नीति के खिलाफ संघर्ष किया। हमारे इन साथियों को लगा कि ये आवाज़ और बुलंद हो पाएगी जब ये कांग्रेस और राहुल गांधी की आवाज़ में मिलकर एक और एक ग्यारह की आवाज़ बन जाएगी। वहीं वेणुगोपाल ने कन्हैया कुमार को अभिव्यक्ति की आजादी का प्रतीक बताया है।
युवाओं की टीम तैयार कर रहे राहुल
प्राप्त जानकारी के मुताबिक राहुल गांधी एक बार फिर से युवाओं की टीम तैयार कर रहे हैं। ऐसे में कई राज्यों में युवा नेताओं के साथ पार्टी नेता संपर्क में हैं और उन्हें जल्द ही लाने के बारे में विचार किया जा रहा है। इसी के चलते कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवानी को भी पार्टी में लाया गया है। माना जा रहा है कि कांग्रेस बिहार में कन्हैया कुमार को लेकर बड़ा दांव खेल सकती है।