आदित्यपुर पूर्व विधायक अरविंद सिंह के साले कन्हैया सिंह की हत्या उनकी सगी बेटी अपर्णा सिंह ने ही करवायी थी. सरायकेला के एसपी एसपी आनंद प्रकाश ने आज इसका खुलासा कर दिया . उन्होंने बताया कि बेटी ने प्रेम प्रसंग को लेकर ही प्रेमी और उसके साथियों के साथ मिलकर कन्हैया सिंह की हत्या करवा दी. इसकी साजिश तीन साल से चल रही थी. इसके पूर्व 20 जून को भी पटना में कन्हैया सिंह की हत्या का प्रयास किया गया था, पर किसी कारणवश हत्यारे अपनी मंशा में सफल नहीं हो सके. इसके बाद 29 जून को राजबीर सिंह ने अपने साथी निखिल गुप्ता ने सौरभ किस्कू, छोटू दिग्गी और रवि सरदार के साथ मिला हत्या कर दी. उन्होंने बताया कि सौरभ किस्कू ने 8,500 रुपये में निखिल को कट्टा दिलाया था. निखिल गुप्ता ने ही गोली चलायी थी. घटना को अंजाम देने के बाद सभी मौके से फरार हो गये थे. निखिल गुप्ता किसी और रास्ते से भागा, जबकि सौरभ और छोटू दिग्गी अलग दिशा में भागे.इस घटाना के बाद पुलिस पर सवाल उठाए जा रहे थे संवाददाता सम्मेलन में आरक्षी अधीक्षक ने बताया कि अपर्णा का उसके प्रेमी के साथ पिछले 5 वर्षों से प्रेम संबंध चल रहा था पिता कन्हैया सिंह को यह संबंध स्वीकार नहीं था वह अपनी बेटी एवं उसके प्रेमी को कई बार डांट फटकार कर चुके थे। कन्हैया सिंह ने अपने कार्यालय में राजवीर को बुलाकर उसकी कनपटी पर रिवाल्वर सटाकर उसके साथ मारपीट की और धमकी भी दी थी। दबाव में आकर राजगीर सिंह के पिता आदित्यपुर स्थित अपना आवास ओने पौने दाम में बेच कर मानगो भाड़े के मकान में रहने लगे थे। इसके बाद अपर्णा ने संदेश भेजकर राजवीर से बात करने की कौशिश की लेकिन लड़का तैयार नहीं हुआ।इसके बाद अपर्णा ने लड़के पर दवाब बनाने के लिए चूहा मारने की दवा खाते हुए वीडियो बनाते हुए बनाकर लड़के को भेजा।इसके बाद लड़का फिर बात करने लगा। इसके बाद लड़का ने लड़की से कहा कि जब तक तुम्हारे पिता रहेंगे हम मिल नहीं सकेंगे।इसी के बाद अपने प्रेमी कन्हैया सिंह की हत्या की योजना बनाने लगा। आदित्यपुर स्थित अपने पुराने दोस्त निखिल गुप्ता से संपर्क किया। उसे सारी बातें कही। निखिल ने भी कहा कि कन्हैया सिंह उसे भी कई बार बेइज्जत किया है। उधर बेटी अपने प्रेमी को पिता की हर गतिविधि की सूचना देने लगी थी। इसके बाद राजवीर को कन्हैया सिंह की हर गतिविधि के जानकारी होने लगी 10 june 2022 को अपर्णा ने राजवीर को बताया कि उसके पिता सोनपुर गए हुए हैं वहां पर उसके नाबालिग दोस्त ने एक व्यक्ति से संपर्क कर हथियार उपलब्ध कराया सोनपुर लड़की के बताए अनुसार कन्हैया सिंह को मारने के लिए राजवीर, निखिल और अपने दोस्त के साथ गया। लेकिन वहा भीड़भाड़ होने के कारण वे सफल नहीं हो पाए।
पुलिस ने कैसे इस गुत्थी को सुलझाया इस सवाल पर जिले के एसपी आनंद प्रकाश ने बताया कि कन्हैया सिंह की बेटी ही घटना के दिन अपने पिता के लोकेशन की पल- पल की जानकारी दे रही थी. कन्हैया सिंह की बेटी ने अपने पिता की हत्या के लिए शूटर को अपने हीरे की अंगूठी बतौर पेशगी दी थी. उन्होंने बताया कि कन्हैया सिंह अपनी बेटी के रिश्ते से खुश नहीं थे. और वह इस का लगातार विरोध कर रहे थे. हत्या के बाद निखिल सीधे राजवीर के घर मानगो गया. राजवीर ने उसके जूते छिपाए और कुछ पैसे दिए. उसके बाद वह बक्सर चला गया. उन्होंने बताया कि पूरे कांड का उद्भेदन तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर किया गया है. उन्होंने बताया कि कांड से संबंधित सभी साक्ष्य राजवीर ऑडियो क्लिप के जरिए अपर्णा को भेजता था. घटना से 5 दिन पूर्व राजवीर ने निखिल के साथ मिलकर पूरी प्लानिंग की. जिसके बाद अपर्णा ने सहमति जताई. फिर इस कांड को अंजाम दिया गया. उन्होंने बताया कि सरायकेला- खरसावां कांग्रेस के जिलाध्यक्ष छोटे राय किस्कू के पुत्र सौरभ किस्कू ने हथियार मुहैया कराई थी. इससे पूर्व एक अटैम्प और भी लेने की बात उन्होंने कही, जिसमे असफल होने के बाद 29 जून को दूसरे अटैम्पट में कन्हैया सिंह को प्लानिंग के जरिए रास्ते से हटा दिया. चारों के पास से पुलिस ने अभियुक्तों से 4 मोबाइल, एक कट्टा, खोखा के साथ टी-शर्ट और गमछा, एक जूता, अपर्णा का हीरा के अंगूठी निखिल के घर से बरामद किया. साथ ही एमजी हेक्टर JH05CY- 3902 बरामद किया है.