Gamharia,30 Dec: कांड्रा लैम्प्स में करीब 80 लाख रुपए की हेराफेरी का मामला सामने आया है। लैम्प्स के सचिव समेत अन्य कर्मचारियों पर राशि की लूट खसोट का आरोप लगाया गया है। जिला सहकारिता पदाधिकारी की ओर से सहायक निबंधक सहयोग समितियां को लिखे पत्र में इस सनसनीखेज मामले का उदभेदन किया गया है। बताया गया है कि कांड्रा निवासी विनोद दयाल नामक व्यक्ति ने डीसी को पत्र लिखकर कांड्रा लैम्प्स में हुई हेराफेरी की जांच की मांग की है। इसमें 70 से 80 लाख रुपये की हेराफेरी की बातें सामने आयी है। पत्र में बताया गया है कि ये सभी डिपॉजिट के पैसे इस क्षेत्र के गरीब आदिवासियों के हैं। ये पैसे लैम्प्स के अधिकारी कर्मचारियों ने मिलकर अपने चहेते लोगों को ऋण के रूप में बांटकर वारा न्यारा किया। इसमें बताया गया है कि जमा राशि लेने खाता धारी लगातार लैम्प्स का चक्कर लगा रहा है। किन्तु वर्तमान में लैम्प्स को ही बंद कर दिया गया है। पैसे को खास खास लोगों को 4 से 5 लाख तक कर्ज देकर या उनके नाम पर हेरा फेरी कर लिया गया है। जमा कर्ताओं को उसकी जमा राशि भी नहीं वापस की जा रही है। जिला सहकारिता पदाधिकारी ने सहायक निबंधक से इस मामले की जांच कराने एवं कार्रवाई का अनुरोध किया है। इससे पूर्व 18 दिसंबर को कांड्रा के विनोद दयाल नामक व्यक्ति ने उपायुक्त को पत्र लिखकर मामले की जानकारी दी थी। इसमें भारी पैमाने पर हेरा फेरी की आशंका जताते हुए कार्रवाई की मांग की गयी है। विजय सा एवं कानड्रा के तिवारी पर आरोप लगाया गया है जिसमे सहकारिता पदाधिकारी पर भी सांठगांठ की बात है।