जुबिली पार्क सड़क का मामला- सरयू राय ने लिया जायजा , कहा सम्मान और स्वाभिमान के साथ पार्क जा सकें लोग, उपायुक्त सुनिश्चित करें, कटी सड़क देख नाराज

बोले सुविधा देने के नाम पर अधिक कीमत वसूल रही है कंपनी

जमशेदपुर 16 अगस्त
जुबिली पार्क को लेकर चल रहे विवाद के बीच आज सुबह विधायक सरयू राय खुद पूरे हालात का जायजा लाने पहुंचे। उन्होंने पाया कि पार्क की मुख्य सड़क को बीच में काट दिया गया है। उन्होंने इसपर कड़ा ऐतराज जताते हुए कहा कि जिला के उपायुक्त जुबिली पार्क में पूर्ववत स्थिति बहाल करें, ताकि सुबह की सैर करने वाले आम नागरिक सम्मान और स्वाभिमान के साथ जुबिली पार्क में प्रवेश कर सके और वहां समय बिता सके। श्री राय ने कहा कि टाटा कंपनी शहर को सुविधा देने का नाम पर क्या कीमत वसूल रही है, यह देखा जाना चाहिये। उन्होंनेकहा कि सार्वजनिक सड़क के आवागमन को इस तरह नहीं रोका जा सकता। इस क्षेत्र के जनप्रतिनिधि जो सरकार के मंत्री भी हैं, उनका रवैया भी निराशाजनक है। उन्होंने कहा कि साल 2026 में लीज नवीकरण होने वाला है, अच्छा होगा कि कंपनी को ही यातायात सहित अन्य सेवाएं सौंप दी जाए। जेएनएसी की भी जरुरत नहीं है। इसका काम कंपनी ही देखे। अनुमंडल पदाधिकारी के पद पर कंपनी का आदमी बिठा दिया जाए। उपायुक्त तो पूरा जिला देखते हैं, इसलियेवह पद सरकार के पास रहे।
श्री रायने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि कंपनी ने एक छोटा प्रयासा जुबिली पार्क में किया है। वह देखना चाहती है कि इसकी क्या प्रतिक्रिया होती है। उस के बाद कोई बड़ा कदम बिठाया जाएगा। संभव है कि बाद में इस पार्क में आने जाने वालों का टिकट लगा दिया जाए।
उन्होंने कहा कि उपायुक्त से उन्होंने इस मुद्दे पर बात की थी और ऐसा लगता है कि वे भी लाचार दिखते हैं। उनका व्यवहार असहयोग का प्रतीत होता है। जिसे जनता के प्रति जवाबदेह होना चाहिये वह कंंपनी के प्रति जवाबदेह है।
श्री राय सुबह करीब सात बजे जुबिली पार्क सेंटर फार एक्सलेंस छोर से पहुंचे। वहां बैरियर लगा दिया गया है। श्री राय को इसे पार करने में काफी असुविधा हुई। कई लोगों ने उनसे यह भी शिकायत की कि गेट पर आते ही उनसे आधार मांगा जाता था जिस कारण उन्होंने यहां आना छोड़ दिया था। अभी भी आने के समय कैमरा के आगे नाम और मोबाइल नंबर बताना होता है।
आज सुबह श्री राय जुबली पार्क गए और पार्क में प्रवेश करने के दौरान आम नागरिकों द्वारा अपमानजनक स्थित का सामना करने का दृश्य स्वयं देखा एवं महसूस किया। जुबिली पार्क गेट के 200 मीटर पहले सेन्टर फोर एक्सीलेंस के पास पार्क में जाने वाले रास्ता को बैरिकेडिंग कर के इस तरह घेर दिया गया है कि घुटनों के बल झूक कर ही उसे पार किया जा सकता है। बुजुर्गों के लिए उसके भीतर से घुस के निकलना ही बहुत कठिन है। पार्क गेट पर तैनात जुस्को के सुरक्षकर्मी आज भी लोगों के परिचय-पत्र माँग रहे थे। उनका कहना था कि जुस्को को उपायुक्त की और से कोई ऐसा आदेश नहीं मिला है कि बिना परिचय-पत्र देखे नागरिकों को पार्क में जाने दिया जाय।
बिष्टुपुर को साकची से जोडऩे वाली मुख्य सड़क को दोनों तरफ से बैरिकेडिंग करके बंद कर दिया गया था। बीच में सड़क को उखाड़ दिया गया है ताकि आवागमन बंद रहे। ऐसा किसके आदेश पर किया गया है, इसका पता नहीं उपायुक्त ने परसों ही प्रेस वक्तव्य जारी कर इसे गलत बताया था और कहा था कि वो इसको ठीक कराने के लिए जुस्को को निर्देश देंगे। परंतु स्थिति आज भी जस की तस है पता नहीं क्यों? जिला प्रशासन एवं जुस्को को आम नागरिकों की कठिनाईयां बढ़ाने और उन्हें अपमानजनक स्थिति का सामना कराके प्रशंसता हो रही है।
श्री राय ने कहा है कि सर्वप्रथम उपायुक्त पार्क की पूर्ववत स्थिति बहाल करे और जनता के सामने प्रशासनिक दृष्टिकोण स्पष्ट करे और जुस्को को गलती सुधारने का निर्देश दें। साथ ही बीच की सड़क पर आवागमन सुनिश्चित करायें।

उपायुक्त ने एसडीओ को दिया जांच का आदेश,क्यों नहीं हुआ उनके आदेश का पालन, सड़क की यथास्थिति कायम होगी

जुबिली पार्क सड़क विवाद के बीच आज उपायुक्त सूरज कुमार ने अनुमंडल पदाधिकारी को इस बात कीजांच का आदेश दिया है कि वहां उनकेø(डीसी) आदेश का पालन क्यों नहीं किया गया। साथ ही वहां क्या क्या गड़बडिय़ां हुई हैं, इसकी भी जांच होगी। कल एसडीओ जांच के लिये जुबिलीपार्क जाएंगे।

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