पत्रकारों से बदसलूकी का मामला, रामकृष्ण फोर्जिंग कंपनी के अधिकारी शक्तिपद सेनापति को कराया गया एमजीएम अस्पताल में भर्ती

जमशेदपुर। पिछले दिनों कांड्रा टोल प्लाजा पर ट्रैफिक जांच के दौरान ट्रैफिक पुलिसकर्मियों व पत्रकारों से बदसलूकी करने के मामले में फरार चल रहे हैं रामकृष्ण फोर्जिंग कंपनी के अधिकारी शक्ति पद सेनापति को पुलिस ने उड़ीसा से गिरफ्तार कर सरायकेला खरसावां लाया था। उन्हें तबीयत खराब होने पर सरायकेला खरसावां सदर अस्पताल में भर्ती कराया था। शुक्रवार की सुबह सेनापति को सरायकेला खरसावां सदर अस्पताल से एमजीएम अस्पताल रेफर कर दिया। उन्हें एमजीएम में इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया है। बता दें कि पिछले दिनों जब कांड्रा टोल प्लाजा पर पुलिस जांच कर रही थी तभी किसी मामले को लेकर रामकृष्ण फोर्जिंगग के अधिकारी सेनापति व उनके सहयोगियों ने पुलिस के साथ बदसलूकी की थी। वही जब पत्रकार व फोटोग्राफर मीडिया कवरेज के लिए पहुंचे थे तो उनके साथ भी सेनापति समेत अन्य ने बदसलूकी करते हुए मीडिया कर्मियों के कैमरे को तोड़फोड़ किया था। इस मामले में पत्रकारों का लगातार सरायकेला खरसावां पुलिस पर दबाव बढ़ता जा रहा था। बताया जाता है कि सरकारी काम में बाधा डालने समेत बदसलूकी व अन्य आरोप में सेनापति समेत अन्य पर मुकदमा दर्ज किया गया था। वही मीडिया कर्मी लगातार सेनापति की गिरफ्तारी को लेकर आंदोलन कर रहे थे। पुलिस ने बढ़ते दबाव को देखते हुए सेनापति को शुक्रवार को ही ओडिशा से गिरफ्तार कर लिया था। जिसके बाद उन्हें लेकर थाने आए थे जहां से जेल भेजा गया था। लेकिन सेनापति ने तबीयत खराब होने का बहाना बनाते हुए पुलिस से डॉक्टरों से दिखाने के लिए कहा। जिसके बाद सेनापति को सरायकेला खरसावां सदर अस्पताल में भर्ती किया गया था। वहां से एमजीएम भेज दिया गया। माना जा रहा है कि पत्रकारों के बढ़ते दबाव को देखते हुए अपना पल्ला झाड़ते हुए एमजीएम अस्पताल रेफर कर दिया है

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