जमशेदपुर : उपायुक्त के आदेश पर जेएनएसी ने सूर्य मंदिर परिसर को अपने हाथों में ले लिया. इसमें तालाब, मंदिर सहित खाली भूखंड एवं अन्य संपत्तियां शामिल है. ज्ञात हो कि परिसर स्थित चिल्ड्रेन पार्क को जेएनएसी पहले ही अपने अधीन ले चुका है. यह परिसर जिला परिषद के फंड से निर्मित है. इसमें विधायक निधि, राज्यसभा सांसद निधि और पर्यटन विभाग की राशि शामिल है. अब सूर्य मंदिर कमिटी को लेकर जिला प्रशासन की ओर से क्या निर्णय लिया जा सकता है, इसकी उत्सुकता बनी हुई है. इस समय सूर्य मंदिर की दो अलग-अलग कमिटियां चल रही है.जेएनएसी ने आज हैंड ओवर लेने के बाद परिसर का पोजेसन लेने की प्रक्रिया शुरु की तब सूर्य मंदिर समिति के अध्यक्ष संजीव सिंह ने दो दिनों का समय मांगा कि वे इस अवधि में सारी संपत्तियां विधिवत सौंप देंगे। इसके दो दिन पहले जेएनएसी के पदाधिकारी जब हैंडओवर के लिये गये तब समिति के अध्यक्ष ने विरोध जताया था। लेकिन जेएनएसी द्वारा उन्हें बताया गया कि इस संबंध में उपायुक्त का आदेश प्राप्त है। तब वे नरम पड़े और आज हैंडओवर का कार्यक्रम तय हुआ। सूर्य मंदिर परिसर पर पूर्व मुख्य मंत्री एवं पूर्व विधायक रघुवर दास एवं उनके लोगों का आधिपत्य रहा। यहां अब जेएनएसी को छठ पूजा की भी तैयारी करनी होगी क्योंकि परिसर स्थित तालाब में सिदगोड़ा, बारीडीह एग्रिको के काफी श्रद्धालु सूर्य को अध्र्य देने आते हैं। यहां छठ के अवसर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता रहा है। सुनिधि चौहान के कार्यक्रम को लेकर सरकारी कोष से आयोजन का विवाद जांच के अधीन है। कोरोना के साल 2019 में नेहा कक्कड़ का कार्यक्रम काफी विवादास्पद रहा। इसे एग्रिको मैदान में शिफ्ट किया गया था जहां भारी अव्यवस्था फैली थी। छठ मइया के कार्यक्रम स्थल में छेड़छाड़ को भी श्रद्धालु रघुवर दास की पराजय का एक कारण बताते हैं।