जमशेदपुर 9 सितंबर आत्महत्या निवारण निवारण केंद्र ‘जीवन’ द्वारा आत्महत्या निवारण दिवस के 15 साल पूरा होने के मौके पर आयोजित एक कार्यक्रम में आत्महत्या की मानसिकता पर गहन मंथन हुआ और इसके निदान पर चर्चा की गयी। जीवन ने इन 15 सालों में 700 लोगों को आत्महत्या करने से रोका जो एक बड़ी कामयाबी है। इन 15 साल में जमशेदपुर में 2700 लोगों ने आत्महत्या की । जीवन ने हर आत्महत्या की घटनाओं की हर पहलु को खंगाला और उसके कारणों को जानने का प्रयास किया। जीवन के संस्थापक निदेशक डा महावीर राम ने कहा कि 15 साल में जीवन ने कई उपलब्धियां हासिल की हैं। मानगो पुल से नदी में छलांग लगाकर आत्महत्या की घटनाएं होती थीं। यह एक सुसाइडल प्वाइंट हो गया था। हमारे प्रयास से प्रशासन की ओर से इस पुल पर जाली लगाई गयी और उसके बाद से आत्महत्या की कोई घटना इस प्वाइंट से नहीं हुई। अब आदित्यपुर खरकई पुल पर भी जाली लगाई जा रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने हर जिला मुख्यालय में 10 बेडेड मेंटल वार्ड स्थापित करने का निदेश हर राज्य सरकारों को दिया है। झारखंड में केवल तीन जिला में ही ऐसी व्यवस्था की गयी है जिसमें पूर्वी सिंहभूम शामिल नहीं है। यह अच्छी बात है कि एमजीएम अस्पताल में एक मेंटल डाक्टर की पदस्थापना हुई है। उन्होंने समाचार पत्रों से अनुरोध किया कि वे आत्महत्या से जुड़ी खबरों का प्रमुखता से प्रकाशन करने से बचें। साथ ही अनुरोध किया कि किस तरीके से आत्महत्या की गयी,इसका उल्लेख न करें।
जीवन के निदेशक डा जे आर जैन ने कहा कि अखबारों में जीवन के हेल्पलाइन नंबर प्रकाशित होने के बाद कई लोग हमसे संपर्क करने लगे हैं। कोरोना काल में यह संख्या काफी बढी। पहले औसतन 2 काल रोजाना आते थे लेकिन कोविड के दौरान रोजाना 40 कॉल आन लगे। हमने अब 2 के स्थान पर 4 लाइन कर दी है जो लोगों की काउंसलिंग करती है।टाटा स्टील के अवकाशप्राप्त अधिकारी गोविंद माधव शरण ने कहा कि हम 95 प्रतिशत पास्ट में जीते हैं, यही अवसाद का सबसे बड़ा कारण हो जाता है। हम वर्तमान में केवल 5 प्रतिशत जीते हैं, हम वर्तमान में जितना जीयेंगे, यह हमें उतना सकारात्मक रखेगा। उन्होंने शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक और आध्यात्मिक रुप से मजबूत होने पर जोर दिया।
मुख्य अतिथि उप विकास आयुक्त परमेश्वर भगत ने जीवन के प्रयासों की सराहना की। इस मौके पर जीवन द्वारा
आयोजित सुसाइड प्रिवेंशन रिपोर्टिंग प्रतियोगिता का प्रथम पुरस्कार परविंदर भाटिया को संजय प्रसाद को दूसरा और शाहिद अनवर को तीसरा पुरस्कार प्रदान किया गया। कंचन सिंह ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। संस्था के 15 साल पूरा होने के मौके पर केट काटा गया। सभी ने संस्था के तमाम सदस्यों के योगदान को सराहनीय बताया।डा रश्ने टाटा ने धन्यवाद ज्ञापन दिया।