भगवान सिंह-शैलेन्द्र सिंह का प्रयास रंग लाया, बैठक में बन गयी बात
सीजीपीसी के प्रधान भगवान सिंह और झारखण्ड राज्य गुरुद्वारा कमिटी के प्रधान सरदार शैलेन्द्र सिंह का प्रयास आख़िरकार रंग लाया वे तख्त श्री हरमंदिर साहिब, पटना में दक्षिण बिहार निर्वाचन क्षेत्र में झारखंड के सिखों की सदस्यता और मताधिकार को बरकरार कराने में कामयाब हो गए हैं। चार से पांच दौर की बातचीत और बैठकों के बाद झारखण्ड के सिखों का मान सम्मान बचाने दोनों धार्मिक नेता सफल हो ही गए।
बुधवार को पटना साहिब से पुष्टि करते हुए सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी (सीजीपीसी) के प्रधान सरदार भगवान सिंह और झारखण्ड राज्य गुरुद्वारा कमिटी (जेरजीसी) के प्रधान सरदार शैलेन्द्र सिंह ने कहा कि तख्त श्री हरमंदिर साहिब पटना के संचालन समिति के सदस्यों विशेषकर अध्यक्ष जगजोत सिंह सोही, महिंद्रपाल सिंह ढिल्लों और हरपाल सिंह जोहल के साथ काफी सौहाद्रपूर्ण माहौल में बैठक हुए और सदस्यों ने झारखण्ड के सिखों के साथ किसी भी तरह के भेद-भाव से इंकार करते हुए झारखण्ड की सदस्यता और मताधिकार बरकरार रखने की बात कही है।
सरदार शैलेन्द्र सिंह ने बताया कि सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी (सीजीपीसी), झारखण्ड राज्य गुरुद्वारा कमिटी (जेरजीसी) और झारखण्ड सिख प्रतिनिधि बोर्ड की ओर से एक-एक ज्ञापन बिहार उच्च न्यायालय एवं कस्टोडियन जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजीव रंजन सिंह को भी सौंपा गया उन्होंने अपने कार्यालय कच्छ में बुलाकर प्रतिनिधिमंडल से बात की और उन्होंने राजीव रंजन सिंह ने आश्वस्त किया है झारखण्ड से सिखों के साथ किसी भी प्रकार भेद-भाव और नाइंसाफी नहीं होगी और जैसा चल रहा रहा है यथावत चलता रहेगा। भगवान सिंह का कहना है कि इसको तूल देना अब व्यर्थ होगा क्योंकि इस प्रकरण का अब पटाक्षेप हो गया है। सीजीपीसी प्रतिनिधिमंडल कल जमशेदपुर लौटेगा। जमशेदपुर से तख्त श्री हरमंदिर साहिब गए प्रतिनिधिमंडल में भगवान सिंह, शैलेन्द्र सिंह, गुरमीत सिंह तोते, अमरजीत सिंह, गुरचरण सिंह बिल्ला, चंचल सिंह, कुलदीप सिंह बुग्गे, रविंदर सिंह, सुखदेव सिंह बिट्टू, सुरेंद्र सिंह छिंदे, रणजीत सिंह मथारू, जसविंदर सिंह जस्सी और राजू पांडे शामिल थे।