Ranchi,4 July : विधायक सरयू राय ने आज एक विज्ञप्ति जारी कर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को लिखा गया अपना वह पत्र जारी किया जिसमें उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास पर कलाकार सुनिधि चौहान के कार्यक्रम के नाम पर भारी सरकारी राशि के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। श्री राय ने कहा है कि एक सुनियोजित साजिश के तहत झारखण्ड राज्य स्थापना दिवस समारोह, 2016 के कार्यक्रम की आड़ में सरकारी खजाना के पैसे से निजी कार्यक्रम में हुए व्यय का भुगतान करने का भ्रष्ट आचरण किया गया। इस मामले की जाँच भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) से कराने की मांग विधायक ने की है।
श्री राय ने गायिका श्रीमती सुनिधि चैहान को बुलाने से संबंधित सरकार की एक संचिका के तीन पृष्ठ और इस संबंध में राँची के उपायुक्त का एक पत्र भी मुख्यमंत्री के समक्ष प्रस्तुत कर बतौर साक्ष्य दर्शाया है और लिखा है कि इनपर अंकित टिप्पणी और इस संदर्भ में राँची के उपायुक्त का संलग्न पत्र पूरे मामले में सरकारी धन की बेरहम लूट को बयान करता है । संचिका में विभागीय सचिव की टिप्पणी और विभाग को प्रेषित उपायुक्त, राँची के पत्र में अंकित विवरण तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास के भ्रष्ट आचरण की एक बानगी है. टॉफी, टी-शर्ट घोटाला की तरह ही यह प्रकरण राज्य स्थापना दिवस समारोह, 2016 के कार्यक्रम की आड़ में श्रीमती सुनिधि चैहान के जमशेदपुर में हुए एक गैर-सरकारी कार्यक्रम, जिसके संरक्षक रघुवर दास स्वयं थे, में हुए व्यय का भुगतान सरकारी खजाना से करने की साजिश का प्रमाण है। श्री राय ने कहा है कि 6 नवम्बर, 2016 को छठ का पवित्र पर्व था. जमशेदपुर की सूर्य मंदिर समिति ने छठ पर्व की संध्या में फिल्मी गीत गाने वाली पार्श्व गायिका श्रीमती सुनिधि चैहान को बुलाकर गीत-संगीत की महफिल सजाई थी। तत्कालीन मुख्यमंत्री, उस समय सूर्य मंदिर समिति के संरक्षक और सर्वेसर्वा थे.
इस कार्यक्रम के तीन दिन बाद श्री दास के निर्देश पर राँची में एक बैठक बुलायी गई जिसकी अध्यक्षता रघुवर दास ने की ।यह बैठक 15 नवम्बर 2016 को आयोजित होनेवाले झारखंड स्थापना दिवस समारोह की तैयारी की समीक्षा के बहाने बुलाई गयी. संचिका के संलग्न पृष्ठ पर विभागीय सचिव की टिप्पणी में अंकित विवरण के अनुसार बैठक में मुख्यमंत्री के वरीय आप्त सचिव ने प्रस्ताव रखा कि स्थापना दिवस समारोह के कार्यक्रम को अधिक भव्य बनाने के लिये इसमें श्रीमती सुनिधि चैहान को बुलाया जाय. कला संस्कृति विभाग के कार्यक्रम के बाद उनका कार्यक्रम रखा जाय. उन्हें बुलाने का जिम्मा आर्चर इंटरटेनमेंट प्रा० लि० नामक एक संस्था को दी जाय. इस प्रस्ताव के अनुसार सुनिधि चैहान के कार्यक्रम पर कुल 44,27,500/- ( चौवालीस लाख सताइस हज़ार पांच सौ) रूपया व्यय होगा. प्रस्ताव पर निर्णय हो गया. फाइल पर मुख्यमंत्री की सहमति हो गई. वे आयीं भी और थोड़ा बहुत गायीं भी. इसके लिये आर्चर इंटरटेनमेंट को प्राथमिकता के आधार पर 44,27,500/- रूपये का त्वरित भुगतान भी हो गया. अग्रिम भुगतान करने की संचिका पर मुख्यमंत्री का अनुमोदन भी हो गया.
बाद में उपायुक्त, राँची ने पत्रांक 921(ii)/नजा., दिनांक 13.12.2016 द्वारा सचिव, मंत्रिमंडल सचिवालय एवं समन्वय विभाग को सुनिधि चैहान के कार्यक्रम पर हुए व्यय का हिसाब भेजा (पत्र संलग्न) तो पता चला कि इसके लिये तय इस पर कुल व्यय 44,27,500/- रूपये की जगह कुल व्यय 55,25,281/- रूपया हुआ है. 44,27,500/- रूपये तो आर्चर इंटरटेनमेंट ने सुनिधि चैहान के नाम पर सीधे सरकार से ले लिया. इसमें से सुनिधि चैहान को कितना मिला कहना मुश्किल है. श्रीमती सुनिधि चैहान के कार्यक्रम पर हुए कुल व्यय उपायुक्त, राँची के उपर्युक्त पत्र में अंकित विवरण के क्रमांक 5 से 11 तक पर अंकित है. सुलभ संदर्भ हेतु यह विवरण निम्नवत है:-
5 Archers Entertainment Pvt. Ltd. सुनिधि चैहान, गायिका का विपत्र 44,27,500.00
6 Hotel Radisson Blu सुनिधि चैहान एवं साथी के ठहरने की व्यवस्था 29,70,84.00
7 Surya Travels सुनिधि चैहान एवं संलग्न कलाकारों को वाहन की व्यवस्था 10,189.00
8 Economy Travels सुनिधि चैहान एवं संलग्न कलाकारों को वाहन की व्यवस्था 31,242.00
9 Bhadoria Motors सुनिधि चैहान एवं संलग्न कलाकारों को वाहन की व्यवस्था 10,154.00
10 B.K. Travels सुनिधि चैहान एवं संलग्न कलाकारों को वाहन की व्यवस्था 6,940.00
11 Star Vacations सुनिधि चैहान एवं साथी कलाकारों के एयर टिकट 7,42,172.00
कुल व्यय 55,25,281.00
इसके अलावा सुनिधि चौहान के संगियों के रहने, खाने-पीने, घूमने-फिरने पर कुल 3,54,549/- रू० खर्च हुआ. इसमें चार ट्रेवेल एजेन्ट पर हुआ खर्च 58,525/- रूपया है। इस खर्च का विस्तृत ब्योरा उपायुक्त, राँची द्वारा सरकार को प्रेषित संलग्न पत्र में है. संक्षेप में कहा जाय तो आर्चर इंटरटेनमेंट प्रा० लि० तथा होटल रेडिशन ब्लू में इनके और संगियों के ठहरने और कार्यक्रम में इनके आने-जाने के जहाज भाड़ा आदि पर कुल मिलाकर 55,25,281/- रूपया व्यय हुआ. आश्चर्यजनक व्यय इनके घुमने-फिरने पर दिखाया गया है. चार ट्रेवेल एजेंसियों से इसके लिये गाड़ियाँ ली गई. इन पर 58,525/- रूपया व्यय हुआ. इन्हें कहाँ-कहाँ घुमाया गया पता नहीं (क्रमांक 7 से 10). इनके हवाई जहाज के टिकट पर 7,42,172/- रूपया खर्च हुआ है. जाँच से पता चलेगा कि सुनिधि चैहान के सहायक संगी कितने थे, जिनपर यह व्यय हुआ.
दोनों आयोजनों 1. जमशेदपुर में 6 नवम्बर, 2016 को हुए सूर्य मंदिर समिति के सुनिधि चौहान के कार्यक्रम के आयोजन और 2. राँची में 15 नवम्बर, 2016 को हुए झारखंड स्थापना दिवस के अवसर पर हुए सुनिधि चैहान के कार्यक्रम के आयोजन के मुख्य कर्ताधर्ता तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास ही थे. सुनिधि चैहान के राँची कार्यक्रम पर कुल मिलाकर 55,25,281/- रूपये सरकार की तरफ से खर्च हुए. इसका ब्योरा तो सरकार की संबंधित संचिका और उपायुक्त, राँची के पत्र में है. परंतु छठ पर्व के दिन जमशेदपुर में सुनिधि चैहान के कार्यक्रम पर कितना खर्च हुआ, यह जानकारी श्री रघुवर दास से मांगी जानी चाहिये. वे ही जमशेदपुर के श्रीमती सुनिधि चैहान के कार्यक्रम के आयोजक थे.
राँची में स्थापना दिवस समारोह, 2016 के कार्यक्रम पर सुनिधि चौहान और संगियों के एक शाम के कार्यक्रम के लिये खाने-पीने, आने-जाने में जितना व्यय दिखाया गया है, उतना व्यय होना संभव नहीं है. सवाल उठता है कि:-
1.क्या सुनिधि चौहान के जमशेदपुर कार्यक्रम पर हुए व्यय को भी राँची के कार्यक्रम में जोड़कर उसका भुगतान सरकारी निधि से करा दिया गया ?
2.संभव है कि 6 नवम्बर की रात जमशेदपुर का प्रोग्राम करके श्रीमती सुनिधि चौहान 7 नवम्बर को भले ही चली गई हों और फिर 15 नवम्बर को पुनः आ गई हों परंतु उनके संगी 15 नवम्बर के स्थापना दिवस प्रोग्राम तक के लिये राँची/जमशेदपुर में ही रह गये और सरकारी खर्चे पर चकल्लस करते रहे हो. क्या सरकार द्वारा चार ट्रेवेल एजेंसियों को किया गया 58,525/- रूपये का भुगतान इसकी ओर संकेत नहीं करता है? क्या होटल रेडिशन ब्लू को किया गया भारी भुगतान इस संभावना की ओर इशारा नहीं करता है ?
3.सुनिधि चैहान का कार्यक्रम जमशेदपुर में 6 नवम्बर की रात में हुआ. तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास वहाँ उपस्थित थे. क्या इस कार्यक्रम का भुगतान सरकारी खजाना से कराने के लिये ही उन्होंने स्थापना दिवस कार्यक्रम की तैयारी की समीक्षा करने के नाम पर 9 नवम्बर, 2016 को राँची में बैठक बुलायी और उनके वरीय आप्त सचिव ने इसमें श्रीमती सुनिधि चैहान को बुलाने का लिखित प्रस्ताव बैठक में दिया ?
4.आर्चर इंटरटेनमेंट प्रा० लि० की 15 नवम्बर, 2016 के इस आयोजन में क्या भूमिका थी? क्या इसी संस्था के माध्यम से सुनिधि चैहान का प्रोग्राम 6 नवम्बर, 2016 को जमशेदपुर के लिये भी लिया गया था और 15 नवम्बर, 2016 को राँची के लिये भी?
5.यदि सुनिधि चैहान के कार्यक्रम का पूरा भुगतान सीधे आर्चर इंटरटेनमेंट प्रा० लि० को हुआ तो इसमें से इन्होंने सुनिधि चैहान को कितनी राशि दिया ?
6.मैंने मुम्बई स्थित अपने सूत्रों से पता किया तो पता चला कि श्रीमती सुनिधि चैहान ऐसे एक दिन के कार्यक्रम के लिये 8 से 10 लाख रूपये का भुगतान लेती हैं. फिर एक शाम के उनके प्रोग्राम के लिये आर्चर इंटरटेनमेंट प्रा० लि० जैसे बिचैलिये संपर्क संस्था को 44,27,500/- रूपया देने का क्या तुक है ?
7.यदि जमशेदपुर और राँची के दोनों कार्यक्रमों का एकमुश्त भुगतान श्रीमती सुनिधि चैहान को होता तब भी यह भुगतान अधिकतम 20 लाख रूपये के आसपास ही होता. पर यहाँ यह भुगतान 44,27,500/- रूपया कैसे हो गया ?
8.क्या आर्चर इंटरट्नमेंट प्रा० लि० के अतिरिक्त भी कुछ अन्य लोगों ने इसमें बिचैलिया की भूमिका निभायी है और कट मनी लिया है ?
9.कौन हैं ये लोग जिन्होंने इस मामले में “माल महाराज का और मिर्जा खेलें होली” वाली कहावत चरितार्थ किया है ?
विधायक सरयू राय का कहना है तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास की सीधी संलिप्तता और समर्थन के बिना उनका ऐसा खेल करना संभव नहीं हुआ होता. यह एक सुविचारित षड्यंत्र है, सरकारी धन का उपयोग अपने निजी आयोजन में कर लेने की साजिश है. जाँच होने पर मामले की परत-दर-परत का उद्भेदन होगा. धार्मिक स्थलों और कार्यक्रमों की बिसात पर काली कमाई की चौपड़ की गोटियाँ सजाने का यह एक ज्वलंत उदाहरण है.अतएव सत्ता के सर्वोच्च पद पर बैठकर सरकारी धन का दुरूपयोग करने की साजिश करने वालों का पर्दाफाश करने एवं दोषियों को दंडित करने के लिये इस मामले की जाँच भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) से कराने का निर्देश देने की कृपा करेंगे. यह जनहित में, राज्य हित में और समाज-संस्कृति के हित में होगा.