फार्मसिस्ट एसोसिएशन ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को सौंपा ज्ञापन
स्वास्थ्य मंत्री से सबूत के साथ 16 को रांची बुलाया
जमशेदपुर, 14 मार्च अखिल भारतीय फार्मसिस्ट एसोसिएशन ने स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को झारखंड में बिहार के फर्जी फार्मेसिस्टों के सर्टिफिकेट से सैकड़ों दवा दुकानों के चलने की शिकायत की है. स्वास्थ्य मंंत्री से जांच कर इस तरह के लोगों पर कार्रवाई की मांग करते हुए राज्य में बढ़ रहे भ्रष्टाचार पर रोक लगाने की मांंग की.
झारखंड में फर्जी फार्मेसिस्ट व फार्मेसी काउंसिल का मामला एक बार फिर गरमा गया है. रविवार को अखिल भारतीय फार्मेसिस्ट एसोसिएशन के झारखंड प्रभारी जितेन्द्र शर्मा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से आवासीय कार्यालय में मिला. उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री को अवगत कराया कि झारखंड में धड़ल्ले से नकली रजिस्टे्रशन व नवीनीकरण के आधार पर दुकानें चल रही है. उन्होंने इस पर रोक लगाने की मांग की. उन्होंने कहा कि उनके पास इस तरह के कई सबूत भी हैं. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में फार्मेसी की परीक्षा में किस तरह से होम सेंटर के नाम पर भ्रष्टाचार हो रहा है इसकी भी जानकारी दी. उन्होंने कहा कि झारखंड का बंटवारा होने के वर्षों बाद भी आज भी बिहार के फर्जी फार्मेसिस्ट के रजिस्टे्रशन पर दवा दुकानें चल रही है. राज्य में धड़़ल्ले से नकली रजिस्टे्रशन व नवीनीकरण का खेल भी हो रहा है. स्वास्थ्य मंत्री को पूरी शिकायत सबूत के साथ सौंपा. एसोसिएशन के प्रभारी जितेन्द्र शर्मा ने स्वास्थ्य मंत्री को इस तरह के मामले पर तत्काल कार्रवाई करते हुए राज्य में बढ़ रहे भ्रष्टाचार पर रोक लगाने की मांग की. स्वास्थ्य मंत्री ने एसोसिशन को सबूत के साथ मंगलवार को रांची बुलाया है जिससे इस तरह के लोगों पर कार्रवाई की जा सके.
——————
सुप्रीम कोर्ट ने कर दी थी फार्मेसिस्टों के सर्टिफिकेट को रद्द
अखिल भारतीय फार्मेसिस्ट एसोसिएशन के झारखंड प्रभारी जितेन्द्र शर्मा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने एक याचिका पर सुनवाई करते हुए ऐसे अनुभव के आधार पर सैकड़ों फार्मेसिस्टों के सर्टिफिकेट को रद्द कर दिया था. ऐसे फार्मेसिस्ट अधिकतर बिहार के हैं. उन्होंने कहा कि 2017 में यह सुनवाई हुई थी. आज भी झारखंड में फर्जी रजिस्टे्रशन और नवीनीकरण के आधार पर दवा दुकानें चल रही है. उन्होंने कहा कि इसी पूरी सूची उनके पास है.