जनवरी के पहले सप्ताह में लिया जा सकता है कड़ा फैसला, CM ने राज्य में बढ़ते मामलों को लेकर की उच्चस्तरीय बैठक

मुख्यमंत्री ने राज्य की जनता से की अपील…
★ संयमित और सतर्कता के साथ नया वर्ष सेलिब्रेट करें
★ मास्क एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित करें

रांची,
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने आज झारखंड मंत्रालय में राज्य में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर उच्चस्तरीय बैठक की। मुख्यमंत्री ने बैठक में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर चिंता जतायी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से पिछले एक सप्ताह में कोरोना संक्रमण मामलों में वृद्धि की अद्यतन जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने नए वर्ष की गैदरिंग आयोजनों पर नजर रखते हुए वाटरफॉल, पार्क, पिकनिक स्पॉट एवं मंदिर इत्यादि जगहों पर कोविड-19 गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराए जाने का निर्देश अधिकारियों को दिया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि भीड़भाड़ वाले सभी जगहों पर कोरोना टेस्ट ड्राइव चलाएं। समीक्षा के क्रम में यह बात सामने आयी कि हजारीबाग एवं बोकारो जिला में कोरोना जांच के आंकड़ों के अनुसार कम टेस्टिंग और ज्यादा पॉजिटिव मामले आए हैं। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इन दोनों जिलों में कोविड-19 जांच में तेजी लाने एवं संक्रमण के प्रसार को फैलने से रोकने के लिए उचित कदम उठाए जाएं, अधिकारी यह सुनिश्चित करें। बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि अभी राज्य में प्रतिदिन लगभग 35 हजार कोविड-19 टेस्ट किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में अधिकारियों को निर्देशित किया कि विभाग ऐसी व्यवस्था जल्द बनाएं जिससे प्रतिदिन 75 हजार से लेकर 1 लाख के बीच कोरोना टेस्ट हो, यह सुनिश्चित करें।

जनवरी माह के पहले सप्ताह फिर होगी समीक्षा

मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले सप्ताह उच्चस्तरीय बैठक आयोजित कर कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के सभी पहलुओं का आकलन करते हुए आवश्यकतानुसार राज्य सरकार ठोस कदम उठाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी 15 जनवरी तक राज्य में शत-प्रतिशत वयस्क लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित करें। जिन्होंने वैक्सिन का पहला डोज ले लिया है उनका ससमय दूसरा डोज भी लगे यह सुनिश्चित किया जाए तथा जिन्होंने वैक्सिन का पहला डोज नहीं लिया है उनका कम से कम पहला डोज लगे यह सुनिश्चित करें। बैठक में मुख्यमंत्री ने तीसरी लहर की तैयारियों के संबंध में अधिकारियों को कई महत्त्वपूर्ण दिशा-निर्देश भी दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन युक्त बेड, वेंटीलेटर, आईसीयू बेड, नॉर्मल बेड इत्यादि महत्वपूर्ण व्यवस्थाओं में किसी प्रकार की कमी न रहे इस निमित्त की गई तैयारियों का निरंतर मॉनिटरिंग करें।

मुख्यमंत्री ने राज्यवासियों से की अपील

मुख्यमंत्री ने राज्यवासियों से अपील की है कि वे फेस मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग सहित संक्रमण से बचाव का अन्य उपयोग हर हाल में करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि नए वर्ष में आयोजित होने वाले गैदरिंग पार्टियों में शामिल होने से बचें। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले एक सप्ताह में कोरोना संक्रमण के केसों में वृद्धि दर्ज की गई है, यह हम सभी के लिए चिंताजनक बात है। मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की कि वे स्वयं के साथ-साथ अपने परिजनों की सुरक्षा करें, कोरोना संक्रमण के बदलते वेरिएंट को समझें। बेवजह भीड़-भाड़ वाले जगहों में न जाएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के पहली एवं दूसरी लहर में राज्य वासियों ने सरकार के साथ समन्वय स्थापित कर एक बेहतर उदाहरण पेश किया था। आगे भी हम सभी को जनहित में बेहतर करने की जरूरत है। कोरोना संक्रमण से हमसभी लोग लड़ेंगे भी और हर हाल में जीतेंगे भी। कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए राज्य सरकार झारखंड वासियों से सहयोग की अपेक्षा रखती है।
बैठक के बाद स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने मीडिया ब्रीफिंग में बताया कि राज्य सरकार वर्तमान स्थिति पर नजर रखी हुई है और स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट जारी किया गया है कि किसी भी स्थिति के लिए तैयार रहे।

उन्होंने कहा कि नए साल की जश्न मनाने के साथ हमे कोरोना के गाइडलाइंस को भी पालन करना है ताकि स्थिति बिगड़ न पाए, उन्होंने आम लोगों से अपील करते हुए कहा कि संभव हो तो अपने परिवार के साथ घर पर ही नए साल का स्वागत करें और भीड़ भाड़ वाली जगहों पर से दूरी बनाई जाए।उन्होंने बताया कि कोरोना का नया वेरिएंट ओमिक्रोन ज्यादा तेजी से प्रसारित हो रहा है और अपने राज्य में भी मामले बढ़ रहे हैं ऐसा न हो कि नए साल के उल्लास में हम कोरोना गाइडलाइंस का उल्लंघन करें।

उन्होंने बताया कि सरकार ने 15 जनवरी तक कोविड वैक्सीन के दोनों डोज को लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया है, साथ ही टेस्टिंग के लिए भी 3 जनवरी से प्रत्येक दिन 1 लाख टेस्ट करने का निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिया गया
है।

मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर टेस्टिंग की व्यवस्था उपलब्ध कराने का निर्देश सभी उपायुक्तों को दिया गया है।
बैठक में आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री
बन्ना गुप्ता, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, अपर मुख्य सचिव-सह- स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव अरुण कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव अमिताभ कौशल, झारखंड मेडिकल कॉरपोरेशन के एमडी सुश्री नैंसी सहाय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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