रांची 2 मई
श्रीलंका में गिरिडीह जिले के बगोदर के 13 मजदूर समेत हजारीबाग, बोकारो एवं धनबाद जिले के 19 मजदूर फंसे हुए हैं. एक बार फिर इन मजदूरों ने सोसल मीडिया के माध्यम से वतन वापसी की गुहार लगाई है. सीएम हेमंत सोरेन ने इस मामले में संज्ञान लिया है और विदेश मंत्री से इस दिशा में पहल करने का आग्रह किया है. मलेशिया में फंसे झारखंड के 30 मजदूरों में से दस मजदूर अपने वतन सकुशल लौट चुके हैं. अभी भी 20 मजदूर मलेशिया में फंसे हुए हैं.
वतन वापसी की गुहार
आपको बता दें कि सभी मजदूरों ने कल्पतरू ट्रांसमिशन कंपनी की ओर से पिछले दो महीने का वेतन भुगतान नहीं करने की बात सोशल मीडिया में साझा की है. मजदूरों का कहना है कि भोजन की समस्या हो गयी है. कंपनी ने सभी मजदूरों का पासपोर्ट जब्त कर लिया है. मजदूरों ने बताया फरवरी माह में काम करने स्थानीय ठेकेदार के माध्यम से गये थे, जहां एक माह काम बढय़िा रहा, लेकिन कंपनी ने दो माह की मजदूरी रख ली है. वेतन की मांग करने पर कंपनी आनाकानी कर रही है. मजदूरों ने भारत और झारखंड सरकार से वतन वापसी के साथ मजदूरी भुगतान की गुहार लगाई है.
सीएम हेमंत सोरेन ने लिया संज्ञान
फंसे मजदूरों में गिरिडीह जिले के बगोदर से वकील महतो, कारू अंसारी, अब्दुल अंसारी, अख्तर अंसारी, फिरोज आलम, छत्रधारी महतो, देवानंद महतो, सहदेव महतो, रामचंद्र कुमार, प्रसादी महतो (सभी गांव वनपुरा), प्रदीप महतो, तुलसी महतो गांव घाघरा, कोलेश्वर महतो गांव तारानारी के रहने वाले हैं. सरिया प्रखंड के चिचाकी केतिलक महतो, राजेश महतो शामिल हैं. महेश महतो टिगरा डूमरी के रहने वाले हैं. धनबाद जिले के मनोज कुमार गोमो के रहने वाले हैं. साथ ही नागेश्वर महतो, देवेन्द्र महतो गांव भलुवा हजारीबाग जिले के विष्णुग? के रहने वाले हैं.