झारखंड में होली सिर्फ परिवार के साथ , पढें राज्य सरकार ने और क्या क्या आदेश जारी किये

< कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम के मद्देनजर पर्व- त्योहार को देखते हुए झारखंड सरकार ने गाइडलाइंस जारी की है. इसके तहत सार्वजनिक जगहों पर होली, सरहुल, शब-ए-बारात, नवरात्रि, रामनवमी, ईस्टर समेत अन्य पर्व-त्योहार में लोगों की भीड़ लगाने पर रोक लगा दी है. वहीं, अपने घरों में परिवार के साथ होली मनाने की अपील की गयी है. इस संबंध में झारखंड के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह के हस्ताक्षर से आदेश जारी किया गया है. आदेश में कहा गया है कि पर्व- त्योहार के दौरान सार्वजनिक जगहों पर भीड़ लगाने एवं हर तरह के जुलूस पर भी रोक लगा दी गयी है. इस दौरान लोगों को अपने परिवार के साथ घरों में ही पर्व मनाने को कहा गया है. आदेश में बताया गया कि पूर्व में कंटेनमेंट जोन के बाहर जिन गतिविधियों को लेकर आदेश जारी किये गये थे वह लागू रहेगा. वहीं, 21 अगस्त 2020 को भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी आदेश के अनुसार ही मधुपुर विधानसभा उपचुनाव को लेकर राजनीतिक गतिविधि संचालित किये जा सकेंगे. वहीं, दूसरी ओर झारखंड के स्वास्थ्य सचिव केके सोन ने राज्य के सभी डीसी को पत्र लिख कर होली, सरहुल, शब-ए-बरात और रामनवमी को लेकर विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिये हैं. श्री सोन ने पत्र में लिखा है कि आगामी पर्वों में दूसरे राज्यों से प्रवासी झारखंडवासियों के अपने राज्य लौटने की संभावना को देखते हुए सभी व्यक्तियों के लक्षण के आधार पर जांच करायें. वहीं, दूसरे राज्य जैसे- महाराष्ट्र, केरल, मध्य प्रदेश, राजस्थान से आनेवाले व्यक्तियों की लक्षण के आधार पर एयरपोर्ट, बस स्टैंड तथा रेलवे स्टेशन पर नियमित रूप से सैंपल कलेक्शन की व्यवस्था करें. साथ ही कोविड-19 की जांच क्रञ्जक्कष्टक्र/ट्रूनेट के माध्यम से कराना सुनिश्चित करें. मास स्क्रीनिंग ड्राइव चला कर जिले के विभिन्न पर्यटक स्थलों पर आनेवाले पर्यटकों के कोरोना जांच की व्यवस्था की जाये. साथ ही नो मास्क नो इंट्री को सख्ती से पालन सुनिश्चित करे. इसके अलावा सभी व्यावसायिक प्रतिष्ठान एवं अन्य प्रतिष्ठानों के प्रवेश एवं निकास द्वार पर एवं कॉमन एरिया में थर्मल स्क्रीनिंग, हैंड वाश एवं सैनिटाइजर का प्रावधान किया जाये. भीड़-भाड़ वाली जगह विशेषकर बाजार, साप्ताहिक बाजार और सार्वजनिक परिवहन क्षेत्र में सोशल डिस्टैंसिंग का पालन कराया जाये, ताकि कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए भी महत्वपूर्ण है. वहीं, सांस्कृतिक, धार्मिक, सार्वजनिक, जन कार्यक्रमों के स्थलों पर विशेष सतर्कता बरतने के लिए अनिवार्य रूप से स्क्रीनिंग की व्यवस्था की जाये झारखंड में शुक्रवार 308 मरीज मरीज मिले. यह ढाई महीने बाद एक दिन में मिलने वाले मरीजों का सबसे बड़ा आंकड़ा है. इससे पहले नौ जनवरी को 236 मरीज मिले थे. गुरुवार को मिले नए संक्रमितों में सबसे ज्यादा 179 रांची में मिले. इससे पहले बुधवार को यहां 93 मरीज मिले थे. रांची में 75 दिन बाद सबसे ज्यादा मरीज मिले हैं. वहीं स्वस्थ होने वालों की संख्या भी 100 से कम रही. संक्रमण की बढ़ती रफ्तार पर सरकार जल्द कोई बड़ा फैसला ले सकती है. हेल्थ मिनिस्टर बन्ना गुप्ता ने शुक्रवार को इसका इशारा किया है. उन्होंने कहा है कि हालात को देखते हुए सरकार जल्द फैसला ले सकती है. मंत्री ने कहा कि मानवता को बचाना सबसे ज्यादा ज़रूरी और इसे लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन हर दिन कोविड की समीक्षा कर रहे हैं. इससे पहले कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए पहले ही शब-ए बारात और होली लोगों को अपने घरों में मनाने का आदेश दी है. सरहुल की शोभायात्रा पर भी रोक लगा दिया गाय है. राज्य में लगातार कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ते जा रही है. पिछले 5 दिनों में मरीजों की संख्या में तीन गुणा इजाफा हुआ है. शुक्रवार सुबह 8 बजे तक राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या बढक़र 1175 हो गया है. 5 दिनों में 795 मरीज मिले: झारखंड में कोरोना की दूसरी लहर की आक्रामकता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि 5 दिन में संक्रमित मरीजों की संख्या में तीन गुणा की बढ़ोतरी हुई है. 21 मार्च को जहां 83 संक्रमित मरीज मिले थे. यही संख्या 25 मार्च को बढक़र 278 हो गई है. सभी अस्पतालों में कोविड बेड बढ़ाने के निर्देश: हेल्थ सेक्रेटरी केके सोन ने गुरुवार को राज्य के सभी ष्ठष्ट को पत्र भेजकर जिलों में कोरोना मरीजों के इलाज के लिए बेड की संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया है. सेक्रेटरी ने 30 अप्रैल तक राज्य में 1150 बेड की व्यवस्था करने का निर्देश दिया है. मरीजों के ट्रेंड को देखते हुए रांची में सबसे अधिक 1500 बेड, जमशेदपुर में 1200 बेड की व्यवस्था का निर्देश दिया गया है. इसके साथ ही कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर रांची जिला प्रशासन एक बार फिर से बंद हो चुके आइसोलेशन सेंटर को खोलने की तैयारी कर रहा है. वेंटिलेटर जांच लें, मास्क-पीपीई किट भी तैयार रखें: स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि कुछ राज्यों में तेजी से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं. वहां से बेरोकटोक आवागमन जारी है. ऐसे में राज्य में भी कोरोना संक्रमण तेजी से बढऩे की आशंका है. इसलिए सभी एहतियाती कदम उठाएं. सभी जिलों में अनुमानित केस की संख्या को देखते हुए बेड की व्यवस्था करें. वेंटिलेटर्स को जांच लें कि वे सही हैं या नहीं. पर्याप्त मात्रा में सैनिटाइजर, मास्क और पीपीई किट की भी व्यवस्था करें. क्योंकि पिछले साल के डेटा को देखते हुए कहा जा सकता है कि पर्याप्त क्रिटिकल इंफ्रास्ट्रक्चर से ही जीवन बचाया जा सकता है. झारखंड में कोरोना टीकाकरण का आंकड़ा 12 लाख के पार: राज्य में कोरोना वैक्सीनेशन का आंकड़ा 12 लाख पार कर गया है. गुरुवार को 32669 लाभार्थियों ने कोरोना वैक्सीन का पहला डोज लिया. इनमें 24594 बुजुर्ग, 45 साल से ऊपर के बीमार 6254 और 1889 हेल्थ-फ्रंटलाइनर्स हैं. अब वैक्सीनेशन की स्पेशल ड्राइव का तीसरा चरण 26 से 27 मार्च तक चलेगा. इस ड्राइव के तहत अब तक 4.50 लाख लोगों को टीके लगे हैं.

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