चोगा अदारडीह में झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति की बैठक, नहीं मिल रहा यहां के लोगों को अधिकार

चांडिल : सोमवार को झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति चांडिल अनुमंडल इकाई ने ईचागढ़ प्रखंड के चोगा आदारडी में काशीनाथ महतो की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की. उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए तरुण महतो ने कहा कि
झारखंड के वर्तमान परिस्थिति झारखंडियों के हित में नहीं है. झारखंड सरकार की गलत नीतियों के कारण यहां के निवासियों को अपना अधिकार सम्पूर्ण रूप से नहीं मिल रहा है. उन्होंने कहा कि 1932 के खतियान के आधार पर स्थानीय नीति, नियोजन नीति, विस्थापन नीति और उद्योग नीति बनाया जाय, जिससे यहां के लोगों को पूर्ण रूप से अधिकार मिल सके. उन्होंने कहा कि सरकार दिन प्रतिदिन झारखंड की लोगों के खिलाफ नीति ला रही है जिसमे विगत कुछ दिन पूर्व कार्मिक विभाग ने नोटिफिकेशन जारी कर कहा कि झारखंड में अब बिहार के वैसे मूलनिवासी जो झारखंड में सेवा के पद पर कार्यरत हैं उनके बच्चे झारखंड में आरक्षण का दावा कर सकते हैं. ऐसे गैर झारखंडी नीतियों से पूरे झारखंड के युवा पीढ़ी को बर्बाद करने पर तुली है और ऐसे झारखंड विरोधी नीतियों का हर मोर्चे पर झारखंडी भाषा खतियान संघर्ष समिति विरोध करेगी. इस दौरान झारखंड सरकार से मांग की गई कि झारखण्डी हित में आगामी 29 जुलाई से चलने वाले मानसून सत्र में पूर्व की स्थानीय नीति को निरस्त कर खतियान आधारित स्थानीय नीति के संबंध में विधानसभा पर चर्चा किया जाय. इस अवसर पर तरुण महतो, शंकर महतो, रुपेश बनर्जी (ठाकुर), राकेश रंजन महतो, देवेन महतो, वरुण महतो, सुखदेव साव, काली पद महतो, सुनील साहू, सुशील सिंह मुंडा, सुसेन कालिंदी, ब्रजकिशोर महतो, महावीर साव ,सुरेश रेवानी, हाराधन महतो, गुनाधर महतो, सुनील साहू निर्मल महतो, बुद्ध कालिंदी, सुधीर चंद्र रजक, वीरींची महतो, रविंद्र नाथ प्रमाणिक, शिवराम महतो, रघुनाथ लोहरा, दीपक कुमार महतो, काली पद रजक, शिशुपाल सिंह मुंडा, भागीरथ महतो, नागेश्वर कालिंदी, घनश्याम महतो आदि उपस्थित थे.

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