झारखंड के युवाओं के टीकाकरण की शुरुआत तय समय से होगी, नहीं आएगी कोई रुकावट,केंद्र सरकार से मांगे हैं 50 लाख टीके, 25 लाख डोज का ऑर्डर सीधे कंपनी को

हेल्थ सेक्रेटरी ने कहा-15 दिनों के भीतर केंद्र ने टीका देने का दिया है आश्वासन
अभी हर रोज औसत 40 हजार को टीका लगाने का लक्ष्य वो भी पूरा नहीं हो रहा

रांची
झारखंड के युवाओं को कोरोना का टीका लगने में कोई रुकावट नहीं डालेगी। तय समय से ही इनके टीके की शुरुआत होगी। सरकार इसकी तैयारी में जुट गई है। प्रभारी हेल्थ सेक्रेटरी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि अभी राज्य में कोवीशील्ड और कोवैक्सिन के लगभग 6.65 लाख टीके सुरक्षित हैं। इसके अलावा 50 लाख टीके की मांग केंद्र सरकार से की गई है।
इसमें 30 लाख पुरानी मांग पेंडिंग और 20 लाख टीके की नई डिमांड की गई है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने राज्य सरकार को आश्वासन दिया है कि 15 दिनों के भीतर राज्य सरकार की डिमांड के मुताबिक सारे टीके उपलब्ध करा दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इसके अलावा राज्य सरकार की तरफ से 25 लाख डोज सीधा टीका बनाने वाली कंपनियों को ऑर्डर किए गए हैं। वहां से भी तय समय से मिलने की संभावना है।

सुस्त हुई वैक्सीनेशन की रफ्तार, 15 दिन में 90 हजार से घटकर 10 हजार हुई
राज्य में वैक्सीनेशन की रफ्तार में अचानक गिरावट आई है। दो सप्ताह पहले हर रोज जहां औसतन 90 हजार लोगों को टीका लगाया जा रहा था। वह घटकर अब औसतन 10 हजार रह गया है। इसे ऐसे समझें कि 10 अप्रैल को राज्य में 96856 लोगों को वैक्सीन लगाया गया था। जबकि 25 अप्रैल को मात्र 11200 लोगों को वैक्सीन लगा।
हेल्थ सेक्रेटरी ने कहा- लोग डरे हुए हैं, कोशिश जारी है
हेल्थ सेक्रेटरी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि विभाग की कोशिश है कि रोज कम से कम 40 हजार लोगों को टीका लगाया जाए, लेकिन संक्रमण तेज होने के कारण लोगों में डर हो गया है और लोग घर से नहीं निकल पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जागरूकता अभियान को तेज किया गया है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को टीका लगाया जा सके।
1.57 करोड़ युवाओं का होना है टीकाकरण
टीकाकरण के तीसरे चरण में 18 से 45 साल की उम्र वाले को टीका लगना है। इसके लिए राज्य में 1 करोड़ 57 लाख युवाओं को चिन्हित किया गया है। राज्य में टीका लगने की रफ्तार यही रही तो 4 साल में भी राज्य में टीकाकरण की प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाएगी।

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