धनबाद के डीआईजी ने झरिया के इंस्पेक्टर प्रभारी पी के सिंह को मुख्यमंत्री के आदेश पर धनबाद आईजी प्रिया दुबे ने निलंबित कर दिया है।पी के सिंह काफी दागी पुलिस अधिकारी बताये जाते हैं। शव के साथ न्याय की मांग लेकर गये लोगों पर लाठी चार्ज करने और उन्हें भद्दी भद्दी गालियां देने का उनपर आरोप है। इसके पहले ं सिंदरी डीएसपी से पूरे मामले की जांच कराई गयी। उनकी रिपोर्ट के आधार पर यह कार्रवाई शुरु की गयी थी।
पुलिस महानिरीक्षक के आदेश में कहा गया है कि विडियो से स्पष्ट है कि मृतक का भाई धनंजय श्रीवास्तव एवं मोहित कुमार संयम बरतते हुए नौकरी एवं मुआवजा की मांग हेतु आर के ट्रांसपोर्ट आये थे लेकिन थाना प्रभारी झरिया अचानक गाली गलौज कर मारपीट करने लगे। विडियो से स्पष्ट है कि भीड़ में काफी कम संख्या में लोग थे लेकिन थाना प्रभारी पी के सिंह अकारण गाली गलौज और मारपीट करने लगे। एक ही व्यक्ति को तीन-चार पुलिसकर्मियों द्वारा दौड़ा-दौड़ाकर पीटने का भी साक्ष्य विडियो में है। यह भी स्पष्ट है कि भीड़ द्वारा कोयलरी के जाम अथवा काम रुकवाने जैसी कोई कार्रवाई नहीं की गयी। अत: अत्यधिक बल का प्रयोग किया गया जो भीड़ की उग्रता के अनुपात में सर्वथा अनुचित है। थाना प्रभारी के उक्त कार्य से पुलिस की छवि धुमिल हुई है और जनता में आक्रोश पैदा हुआ है। जो इनके कत्र्तव्य के प्रति लापरवाही, अनुशासनहीनता, मनमाने पुलिस पदाधिकारी होने का द्योतक है। निलंबन अवधि तक इनका मुख्यालय पुलिस केन्द्र बोकारो होगा।
इस मामले में मुख्यमंत्री को कई ट्वीट किये गये थे और इंस्पेक्टर पर कार्रवाई की मांग की गयी थी। मुख्यमंत्री ने झारखंड पुलिस प्रमुख को मामले का संज्ञान लेते हुए तत्काल कार्रवाई करते हुए उन्हें सूचित करने का निदेश दिया था।