दूसरे राज्यों के लिए बस नहीँ चलने से क्या हो रही परेशानी,जानें बस मालिकों की व्यथा

हेमंत सरकार से दूसरे राज्यों के लिए बसें चलाने की मांग

रांची,। झारखंड राज्य बस ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष सच्चिदानंद सिंह ने झारखंड से दूसरे राज्यों और दूसरे राज्यों से झारखंड के लिए बसों के परिवहन का आदेश निर्गत करने का आग्रह किया है। सोमवार को एसोसिएशन की ओर से पत्र लिखते हुए कहा गया है कि बसों का परिचालन नहीं होने से बस मालिकों की स्थिति दयनीय हो गई है। अध्यक्ष ने कहा है कि सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुरूप राज्य में रेलगाड़ी से लेकर हवाई जहाज तक और तमाम छोटे वाहनों का परिचालन हो रहा है।

ऐसे में झारखंड से दूसरे राज्यों में और दूसरे राज्यों से झारखंड में आने वाली बसों के परिचालन पर से रोक हटानी चाहिए। ऐसा नहीं होने के कारण बस संचालकों की स्थिति दिनों-दिन दयनीय होती जा रही है। एसोसिएशन की ओर से वादा किया गया है कि सरकार के स्तर से जारी दिशा-निर्देशों के अनुरूप ही बसों का परिचालन किया जाएगा।

बसें चलीं नहीं, कर माफ हो

एसोसिएशन ने सरकार को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि 22 अप्रैल 2021 से 30 जून 2021 तक एक भी बस नहीं चली है। इसके बाद भी एक जुलाई से अभी तक अंतर-राज्यीय बसों के परिचालन पर सरकार ने रोक लगा दी है। ऐसे में बसों से मालिकों को कोई कमाई नहीं हो रही है। एसोसिएशन ने रोड टैक्स व अन्य करों में छूट देने की मांग परिवहन सचिव से की है। सचिव को लिखे पत्र में एसोसिएशन के अध्यक्ष सच्चिदानंद सिंह ने कहा है कि कर माफी के साथ ही माफी अवधि के बाद का कर जमा करने के लिए एक महीने का समय दिया जाए।

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