पटना:CM नीतीश कुमार के ‘राइड हैंड’ रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री रामचंद्र प्रसाद सिंह यानी आरसीपी सिंह मुश्किल में फंस गए हैं। उन्हें अपनी ही पार्टी जेडीयू ने नोटिस थमा दिया है। आरोप है कि राज्यसभा सांसद और फिर केंद्रीय मंत्री रहते हुए आरसीपी सिंह ने अकूत अचल संपत्ति बनाई है। वह भी गलत तरीके से। राज्यसभा की सदस्यता खत्म होने पर पिछले महीने ही आरसीपी सिंह ने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दिया था।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आरसीपी सिंह में पिछले कुछ समय से काफी खटास बढ़ गई थी। यही कारण है कि मंत्री पद जाते ही खुद की पार्टी से इतने बड़े आरोप लगने पर कई तरह के सवाल खड़े होने लगे हैं। कहा जाने लगा है कि जेडीयू में कुछ लोग हैं, जो आरसीपी सिंह की राजनीति खत्म करना चाहते हैं।को जेडीयू ने नोटिस भेजा है। नोटिस में कहा गया है कि आपके परिवार के नाम पर 9 साल में 58 प्लॉट की रजिस्ट्री हुई है। 9 साल में कुल 800 कट्ठा जमीन की खरीद हुई है। जेडीयू का कहना है कि इस खरीद में भ्रष्टाचार साफ-साफ झलक रहे हैं। ऐसे में आप ( आरसीपी ) बताइये, इतनी संपत्ति कहां से अर्जित की? जेडीयू के अनुसार, खरीदारों में आरसीपी सिंह की आईपीएस बेटी लिपि सिंह का भी नाम है।
खरीदारों में आईपीएस बेटी लिपि सिंह का भी नाम
दबे जुबान ही सही, पार्टी नेताओं का मानना है कि हो सकता है कि इनकी दूसरे जिलों में भी संपत्ति हो सकती है। जेडीयू के अनुसार, खरीदी गई जमीन की रजिस्ट्री आरसीपी सिंह की पत्नी गिरिजा देवी और दोनों बेटियों आईपीएस अफसर लिपि सिंह और लता सिंह के नाम पर है। जेडीयू नेताओं का यह भी आरोप है कि आरसीपी सिंह ने चुनावी हलफनामे में इन संपत्तियों का जिक्र नहीं किया था।
जेडीयू के अनुसार, नालंदा जिले के इस्लामपुर अंचल के सैफाबाद मौजा में 12 और केवाली अंचल में 12 प्लॉट की रजिस्ट्री आरसीपी सिंह के परिजनों के नाम हुई है। ये प्लॉट उनकी बेटियां लिपि सिंह और लता सिंह के नाम पर खरीदी गयीं। जेडीयू के अनुसार, ये रजिस्ट्री 2013 से 2016 के बीच हुई।
वहीं, अस्थावां के शेरपुर मालती मौजा में आरसीपी परिवार के नाम 33 प्लॉट की रजिस्ट्री हुई है। इनमें से 4 प्लॉट लिपि सिंह और लता सिंह के नाम पर खरीदे गये। पिता के तौर पर आरसीपी सिंह का नाम दर्ज है। इसके अलावा 12 प्लॉट की रजिस्ट्री गिरिजा देवी के नाम की गयी है। जेडीयू के अनुसार, इसके 18 प्लॉट लता सिंह के नाम पर खरीदे गये।
वहीं, साल 2015 में महमदपुर में एक प्लॉट गिरिजा देवी के नाम पर खरीदा गया। जेडीयू के पत्र के मुताबिक 2011 में दो प्लॉट, 2013 में 2 प्लॉट, 2014 में 5, 2017 में 1, 2018 में 3, 2019 में 4, 2020 में 3, 2021 में 6 और 2022 में 2 प्लॉट खरीदे गये हैं। ये सभी प्लॉट आरसीपी सिंह की पत्नी गिरिजा देवी और दोनों बेटियों आईपीएस अफसर लिपि सिंह और लता सिंह के नाम पर है।