जातिगत जनगणना पर जदयू ने भाजपा को तरेरी आंखें, पूछा लागू क्यों नहीं हो रही मंडल आयोग की सिफारिशें?

पटना. जातिगत जनगणना का मामला गरमाता जा रहा है। भाजपो को विपक्ष के अलावे अपने सहयोगी जदयू के भी तल्ख तेवर का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार को इसको लेकर राजद सड़कों पर उतर गई और सभी जिला मुख्यालयों पर धरना-प्रदर्शन किया गया। इस बीच इस मुद्दे पर जदयू बीजेपी को भी अपने निशाने पर ले रही है. जदयू प्रवक्ता निखिल मंडल ने बेहद तल्ख तेवर में भाजपा से सवाल पूछा है कि जातीय जनगणना आरक्षण में बैकलॉग और मंडल कमीशन की तमाम सिफारिशों को लागू करने से पीछे क्यों हट रही है? वर्ष 2019-2020 और सर्वदलीय बैठक में जब भाजपा भी साथ थी तो आज अलग स्टैंड क्यों ले रही है?
राजद जातीय जनगणना के बहाने मंडल राजनीति के बहाने इसे एक नई धार देने की कोशिश कर रही है. दरअसल, राजद का राजनीति का आधार पिछड़ी जातियों की राजनीति माना जाता है. यही कारण है कि राजद जातिगत जनगणना के मामले पर हाथ से नहीं देना चा रही है. इधर, जदयू भी अपने वोट बैंक में राजद की सेंघमारी पर ब्रेक लगाने में लगी है. राजद के तेवर के कारण अब जदयू को भी इस मुद्दो को जोर शोरसे उछालने की मजबूरी आ गयी है।

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