नई दिल्ली
1985 बैच के IPS सुबोध कुमार जायसवाल को CBI का नया डायरेक्टर बनाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सोमवार को हुई हाई लेवल कमिटी की मीटिंग में इसका फैसला लिया गया। इस कमिटी में भारत के चीफ जस्टिस एनवी रमना और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी शामिल थे। मंगलवार को पर्सनल मिनिस्ट्री ने उनकी नियुक्ति का ऑर्डर जारी किया। CBI डायरेक्टर का पद फरवरी से खाली है। अभी अतिरिक्त निदेशक प्रवीण सिन्हा इसके अंतरिम प्रमुख हैं।
CBI चीफ की दौड़ में उत्तर प्रदेश के DGP एचसी अवस्थी, SSB के DG कुमार राजेश चंद्रा और गृह मंत्रालय के विशेष सचिव वीएसके कौमुदी आगे चल रहे थे, लेकिन आखिर में सुबोध कुमार जायसवाल का नाम फाइनल किया गया। वे दो साल तक इस पद पर रहेंगे। सुबोध कुमार जायसवाल महाराष्ट्र के DGP और ATS चीफ रह चुके हैं। अभी वह CISF के डायरेक्टर जनरल हैं।
जासूसों के मास्टर माने जाते हैं जायसवाल
सीनियर IPS ऑफिसर जायसवाल को जासूसों का मास्टर भी कहा जाता है। उन्होंने रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (रॉ) में भी अपनी सेवाएं दी हैं। वह कैबिनेट सचिवालय में अतिरिक्त सचिव भी रह चुके हैं। जायसवाल ने कई बड़े मामलों की जांच लीड की है।
मुंबई पुलिस में रहते हुए वह करोड़ों रुपए के जाली स्टंप पेपर घोटाले की जांच करने वाली स्पेशल टीम के चीफ थे।