जमशेदपुर, 7 सितंबर (रिपोर्टर) : झारखंड में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होनेवाले हैं. इसे लेकर जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा सीट पर दावेदारी को लेकर भाजपाइयों में मारामारी देखने को मिल रही है. यह ऐसी सीट है, जहां पिछले करीब चार दशकों से स्व. मृगेन्द्र प्रताप सिंह और फिर सरयू राय कई बार भाजपा विधायक रहे हैं. लंबे अंतराल के बाद यह पहला मौका होगा, जब दावेदारी की सूची में ये दोनों बड़े नाम गायब है.
सरयू राय 2005 के बाद से लगातार साल 2015 तक भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ते रहे और दो बार जीते भी. साल 2019 में उनका टिकट काटकर नामांकन की अंतिम तिथि को देवेन्द्र सिंह को उम्मीदवार बनाया गया था. इस वजह से साल 2019 में टिकट पाने को इच्छुक भाजपाई मन मसोस कर रह गये थे. ‘हेवीवेट’ उम्मीदवार रहने के कारण भाजपाई खुलकर दावेदारी करने से भरसक बचते रहे थे. मगर इसबार उनके लिये खुला मैदान है और यही वजह से है कि दावेदारों की सूची लगातार लंबी होती जा रही है.
लगभग एक दर्जन भाजपाइयों ने प्रदेश संगठन को अपना अपना बायोडाटा भेजा है और चुनाव लडऩे की इच्छा जताई है. इस सूची में नीरज सिंह, अजय श्रीवास्तव, राजीव रंजन सिंह (पूर्व डीआईजी), विजय सिंह (पूर्व कमिश्नर), अभय सिंह, देवेन्द्र सिंह, जटाशंकर पांडेय, बिनोद सिंह, विकास सिंह आदि हैं. सभी दावेदारों ने अपने प्रोफाइल में खुद को भाजपा का समर्पित कार्यकर्ता बताया है. इनमें अधिकांश वैसे हैं, जिनका तीन-चार दशकों का लंबा राजनीतिक अनुभव भाजपा के साथ रहा है. कुछ ऐसे भी हैं, जो हाल के दिनों में भाजपा के साथ जुड़े हैं मगर वे भी काफी सक्रिय दिख रहे हैं. जमशेदपुर पश्चिम के इतिहास को देखें तो भाजपा लंबे समय से वहां राजपूत उम्मीदवार ही भरोसा जताती रही है. इसबार भी टिकट की चाह रखनेवालों में राजपूतों की ही भरमार दिख रही है. टिकट बंटवारे में लंबे समय तक पूर्वी पश्चिम विस सीटों के जातीय समीकरण का भी भाजपा ख्याल रखती थी. 1995 में जमशेदपुर पूर्वी में रघुवर दास को उम्मीदवार बनाये जाने के बाद पूर्वी पश्चिमी को अगड़े पिछड़े उम्मीदवार में भाजपा ने बांट दिया था. उसके पहले हालांकि जमशेदपुर पूर्वी से स्व. दीनानाथ पांडे और पश्चिम से स्व. मृगेन्द्र प्रताप सिंह (दोनों सवर्ण) भाजपा उम्मीदवार रहते थे. इसबार जमशेदपुर पूर्वी का कौन उम्मीदवार होगा, यह जमशेदपुर पश्चिम के समीकरण को तय करेगा. उसी तरह जमशेदपुर पश्चिम का जो उम्मीदवार होगा, उस हिसाब से जमशेदपुर पूर्वी का उम्मीदवार भाजपा तय किया जाएगा. हाल के दिनों में भाजपा का सामाजिक न्याय का जैसा फॉर्मूला चल रहा है, उसमें इतना तो तय है कि दोनों सीटों पर भाजपा सवर्ण उम्मीदवार को शायद ही उतारेगी.