ट्राफिक रेगुलेट करने के बजाय ट्राफिक पुलिस केवल करती है चेकिंग, हर एक किलोमीटर पर जांच होने से लोग परेशान, सरयू राय ने एसएसपी से की शिकायत

जमशेदपुर : जमशेदपुर में यातायात समस्या को सहज बनाने में तैनात ट्रॉफिक पुलिस की भूमिका पर हमेशा से सवाल उठते रहे हैं. कल सरयू राय ने अपने संवाददाता सम्मेलन में भी इस बात का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि जिले के एसएसपी से उन्होंने कहा है कि हर एक किलोमीटर के अंतराल में वाहनों की चेकिंग हो रही है. इससे लोगों की परेशानियां बढ़ गई है. एक चेकिंग प्वाइंट पर यदि पांच मिनट का समय किसी को लगता है तो चार-पांच चेकिंग प्वाइंट से गुजरने में उसका काफी वक्त जाया हो जाता है. श्री राय ने कहा कि हमने दो-तीन बार फोन पर उनसे बात की है. एसएसपी का कहना है कि वाहनों की जांच होने से क्राइन पर कंट्रोल रहता है। श्री राय ने कहा कि आज इस मुद्दे पर व्यक्तिगत तौर पर उनसे मिलूंगा. श्री राय का इतना कहना था कि संवाददाता सम्मेलन में मौजूद कई पत्रकारों ने इस मुद्दे को गंभीरता से उठाना शुरु किया. एक वरीय पत्रकार ने कहा कि यातायात पुलिस की भूमिका ट्रॉफिक को रेगुलेट करने की होती है, लेकिन वे केवल वाहनों की खासकर दोपहिया वाहनों की ही चेकिंग करते हैं. कोने में कहीं छिपकर बैठे रहते हैं और झपट्टा मारकर दोपहिया वाहनों पर टूट पड़ते हैं. उनकी भूमिका लोगों को हेलमेट के प्रति जागरुक करने की है. पहले सिंगल हेलमेट ही चलता था, अब प्रशासन की सख्ती के बाद दोपहिया वाहन के सवारी डबल हेलमेट का भी उपयोग करने लगे हैं. इसके बावजूद चेकिंग होने लगी है. ऐसा लगता है कि उद्देश्य कागज पत्तर के नाम पर वसूली है, क्योंकि यदि वाकई कागज की जांच करनी होती तो केवल दोपहिया वाहन चालकों को ही निशाना नहीं बनाया जाता. ऑटो चालकों को पूरी छूट मिली रहती है.
एक पत्रकार ने कहा कि सोनारी लिंक रोड के पास एक चेकिंग प्वाइंट इतने खतरनाक मोड़ पर लगाया गया है कि आज उनकी गाड़ी उससे टकराते टकराते बची. उलीडीह थाना के पास लगे चेकिंग प्वाइंट पर भी सवाल उठाया गया. एक पत्रकार ने कहा कि वह चेकिंग प्वाइंट चढ़ाई पर है, जो कभी भी किसी गंभीर हादसे को अंजाम दे सकता है. वहां डबल हेलमेट धारकों को भी नहीं छोड़ा जाता, खास तौर पर पटमदा आदि क्षेत्रों से आनेवाले गरीब उनके निशाने पर चढ़ जाते हैं. एक दौर था जब महिला सवारी रहने की सूरत में दोपहिया वाहनों की चेकिंग नहीं होती थी. अब ऐसा नहीं होता. उलीडीह थाना के पास चेकिंग से बचने के लिये बड़ी संख्या में रांग साइड से लोग जाते हैं. वहां बड़ी संख्या में सब्जी विक्रेता भी बैठते हैं. बिजली कार्यालय के सामने से रांग साइड से जाने पर भी वहां भी कोई बड़ा हादस हो सकता है. उलीड़ीह थाना के पास दो दो अस्पताल, कई दुकानें हैं, वहां बड़ी संख्या में वाहन खड़े रहते हैं। उनकी ओर पीठ करके ट्राफिक सिपाही केवल बाइक पर ही निशाना साधते हैं

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