जमशेदपुर 30 दिसंबर संवाददाता शहर में 31 मार्च 2022 के बाद से डीजल और पेट्रोल से चलने वाले टेंपो पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इसको लेकर जिला परिवहन पदाधिकारी दिनेश रंजन ने ऑटो एसोसिएशन और शिक्षित बेरोजगार टेम्पो चालक-संचालक संघ के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक की. 1 जनवरी 2022 तक ही जमशेदपुर शहरी क्षेत्र में डीजल और पेट्रोल ऑटो के परिचालन का पूर्व में निर्णय लिया गया था. इसपर ऑटो एसोसिएशन और शिक्षित बेरोजगार टेम्पो चालक और संचालक संघ की मांग के आलोक में 31 मार्च 2022 तक की समय सीमा बढ़ाने का निर्णय लिया गया है. 31 मार्च तक शहरी क्षेत्र में ऑटो परिचालन करने वाले सभी चालक-संचालक डीजल-पेट्रोल ऑटो को सीएनजी में बदलने की कार्रवाई सुनिश्चित करें, अन्यथा आदेश का उल्लंघन करते पकड़े जाते हैं तो विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी. 31 मार्च के बाद मानगो बस स्टैंड के 16 किमी. के क्षेत्र में सिर्फ सीएनजी एवं इलेक्ट्रिक ऑटो का परिचालन ही किया जा सकेगा. दिनेश रंजन का कहना है कि सर्वोच्च न्यायालय और राष्ट्रीय ग्रीन ट्रिब्युनल से इस संबंध में दिशा निर्देश प्राप्त है. पर्यावरण संरक्षण में मदद मिलेगी वहीं संचालकों को भी आर्थिक लाभ होगा.
ऑटो एसोसिएशन के सदस्यों ने बताया कि सीएनजी ऑटो एक लीटर में लगभग 40 किमी का माइलेज देते हैं जिससे प्रति लीटर ऑटो संचालकों को लगभग 90 रू का शुद्ध मुनाफा होता है. शहरी क्षेत्र में वर्तमान में 681 सीएनजी ऑटो तथा 119 इलेक्ट्रिक ऑटो का परिचालन हो रहा है. जिला परिवहन पदाधिकारी ने सभी ऑटो चालकों के लिए निर्धारित वर्दी पहनने की अनिवार्यता पर भी बल देते हुए कहा कि ऑटो चालक नीली वर्दी अवश्य पहनें अन्यथा जांच के क्रम में पकड़े जाने पर जुर्माना वसूलने की कार्रवाई की जाएगी. बैठक में शिक्षित बेरोजगार टेम्पो चालक-संचालक संघ, जमशेदपुर के महासचिव श्याम किंकर सिंह, उपाध्यक्ष संतोष प्रसाद बबुआ, सतेन्द्र कुमार सिंह, कोल्हान प्रमंडल के अध्यक्ष के.पी तिवारी, उपाध्यक्ष उपेन्द्र सिंह, मीडिया प्रभारी अजय यादव, मोहन लाल साहू तथा ऑटो एसोसिएशन के प्रतिनिधि मौजूद थे