सौरव गांगुली के भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने की खबर को सचिव जय शाह ने खारिज कर दिया है.सौरव ने अपने ट्वीट में लिखा कि साल 2022 मेरी क्रिकेट यात्रा का 30वां साल है। अब मैं कुछ ऐसा करना चाहता हूं, जिससे लोगों का भला हो। इसके बाद कहा जाने लगा कि सौरव ने BCCI अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। लेकिन, थोड़ी ही देर बाद बोर्ड के सेक्रेटरी जय शाह ने न्यूज एजेंसी एएनआई को दिए बयान में स्पष्ट किया कि सौरव गांगुली ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा नहीं दिया है इससे पहले खबर आई थी कि क्रिकेटर अध्यक्ष का पद छोड़ रहे हैं. हालांकि बीसीसीआई सचिव जय शाह ने इस्तीफे की अटकलों पर विराम लगाते हुए न्यूज एंजेसी से साफ कहा कि गांगुली ने इस्तीफा नहीं दिया है. कुछ देर पहले ही गांगुली ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर भावुक पोस्ट शेयर किया था.गांगुली के इस्तीफे की खबरों को हवा तब लगी जब उन्होंने सोशल मीडिया पर 30 साल के क्रिकेट करियर को लेकर पोस्ट लिखा. इसमें उन्होंने आगे के लिए योजना बनाने की बात कही. उनके इसी पोस्ट के बाद पश्चिम बंगाल बीजेपी के सूत्रों ने कहा कि गांगुली राज्यसभा में खेल कोटे से नामांकित किए जा सकते हैं.
इस पोस्ट में उन्होंने अभी तक के सफर के लिए फैंस और साथी खिलाड़ियों का शुक्रिया अदा किया था. साथ ही गांगुली ने आगे के सफर के लिए लोगों का समर्थन मांगा था.
लोगों का समर्थन मांगा
साल 2022 क्रिकेट में मेरा 30वां साल है. मैंने 1992 में खेलना शुरू किया था, तब से लेकर आज तक क्रिकेट ने मुझे बहुत कुछ दिया है. सबसे अहम इसने मुझे आप सभी लोगों का समर्थन दिया है. मैं हर एक व्यक्ति को धन्यवाद देना चाहता हूं, जो मेरे इस सफर का हिस्सा रहे. मेरा साथ दिया और जहां आज मैं हूं वहां तक पहुंचने में मेरी मदद की. आज मैं कुछ शुरू करने की योजना बना रहा हूं, जिससे मुझे लगता है कि शायद कई लोगों की मदद होगी. मैं उम्मीद करता हूं कि जीवन के इस नए अध्याय में आपका साथ यूं ही बना रहेगा.
सौरव पर कयास- राजनीति में शुरू कर सकते हैं नई पारी
माना जा रहा है कि गांगुली राजनीति में जा सकते हैं। पिछले दिनों केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने दो दिवसीय पश्चिम बंगाल दौरे के आखिरी दिन बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली से मुलाकात की थी। यह मुलाकात सौरव गांगुली के आवास पर हुई थी। इस दौरान शाह और गांगुली ने साथ में डिनर भी किया था।
इस दौरान पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष डॉ सुकांत मजूमदार, नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी और स्वपन दास गुप्ता समेत अन्य नेता भी मौजूद थे। अमित शाह से मुलाकात को लेकर गांगुली से सवाल किया गया था तो उन्होंने कहा था कि डिनर को लेकर राजनीतिक मायने नहीं निकाले जाने चाहिए। अमित शाह को एक दशक से अधिक समय से जानते हैं और कई बार मिल भी चुके हैं। हमारे पास बात करने के लिए बहुत कुछ है। मैं उन्हें 2008 से जानता हूं। जब मैं खेलता था, तो हम मिलते थे। मैं उनके बेटे (जय शाह) के साथ काम करता हूं। यह एक पुराना जुड़ाव है।