रविवार को बिरसानगर आवास से निकलेगी अंतिम यात्रा
जमशेदपुर, 2 जनवरी (रिपोर्टर) : जाने माने कथाकार, साहित्यकार जय बहादुर सिंह का निधन आज 2 जनवरी को उनके निवास बिरसानगर में हो गया। उन्होंने दोपहर 1.50 बजे अंतिम साँस लीं। वे 82 वर्ष के थे। इनका जन्म ग्राम सोवां, जिला बक्सर (बिहार) में हुआ था। जमशेदपुर साहित्य के क्षेत्र में इनको हमेशा याद किया जायेगा। टाटा मोटर्स, जमशेदपुर से प्रबंधक पद से सेवानिवृत जय बहादुर सिंह का लेखन विधा भोजपुरी-हिन्दी मे कविता, कहानी और लघुकथा था। इनको सम्मान भोजपुरी कथा लेखक के रूप में ही मिला था। 2004 से ये भोजपुरी संस्था जमशेदपुर भोजपुरी साहित्य परिषद के अध्यक्ष रहे।
इनकी रचना संग्रह सपना के साँच(भोजपुरी लघुकथा संग्रह) और ब्रह्मचारी के बेटा (भोजपुरी कहानी संग्रह) बहुत चर्चित रही है।
भोजपुरी लघुकथा संग्रह अगुआ जो कि 2001 में प्रकाशित हुई थी,जिसमे पन्द्रह कथाकारों की लघुकथा प्रकाशित है। जय बहादुर सिंह अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन सहित अनेक सामाजिक,सांस्कृतिक संस्थाओं के आजीवन सदस्य थे। साल 2011 में अखिल भारतीय भोजपुरी साहित्य सम्मेलन का 24वां अधिवेशन जमशेदपुर में हुआ था जिसके संयोजक जय बहादुर सिंह जी थे इनके देखरेख में 24वां अधिवेशन सफलता पूर्वक सम्पन्न हुआ था।
जय बहादुर सिंह जी दो तीन सालों से अस्वस्थ चल रहे थे और साहित्यिक गतिविधि भी बंद हो गई थी। इनके निधन से साहित्यिक जगत मर्माहत है। वे अपने पीछे भरापूरा परिवार छोड़ गये है। इनकी अंतिम यात्रा कल 3 जनवरी, रविवार को 10.30 बजे इनके निवास बिरसानगर से स्वर्णरेखा बर्निंग घाट के लिये निकलेगी।
फोटो- लक्ष्मण जय बहादुर सिंह निधन
भोजपुरी मंच ने जताया शोक
साहित्यकार जय बहादुर सिंह के निधन से संपूर्ण भोजपुरी विकास मंच के महामंत्री प्रदीप सिंह भोजपुरिया ने शोक प्रकट करते हुए कहा कि साहित्य जगत ने एक अभिभावक खो दिया है, जिसकी भरपायी निकट भविष्य में संभव नही है।