पेटरवार। पेटरवार थाना क्षेत्र के ओरदाना पंचायत अंतर्गत जगुडीह गांव के धवईगजार टोला में जड़ी बूटी की दवा खाने से एक महिला की मौत हो गई। जबकि महिला के साथ साथ जड़ी बूटी की इसी दवा खाने से मृतका के पति के साथ साथ जड़ी बूटी से इलाज कर रहे दोनों ग्रामीण वैध की हालत चिंताजनक बताई जा रही है। बताया जा रहा है कि जगुडीह गांव निवासी 50 वर्षीय लघनु बेदिया एवं 54 वर्षीय राधेश्याम सोरेन जड़ी बूटी की दवा से मरीजो का इलाज करते हैं। दोनों आज सुबह जगुडीह गांव के धवईगजार टोला निवासी 65 वर्षीय रामचरण मांझी की पत्नी 61 वर्षीय उपासी देवी का गठियावात रोग का इलाज करने इनके आवास पहुंचे। यहां पर दोनों ने जड़ी बूटी की दवा बनाई एवं सुबह के साढ़े आठ बजे दवा उपासी देवी को खिलाया। दोनों वैध ने कहा कि दवा का असर आधे घंटे के बाद दिखेगा , आधे घंटे के बाद उपासी उल्टी करने लगेगी। जड़ी बूटी की दवा खाने के बाद उपासी को उल्टियां शुरू हो गई। इसके बाद दोनों वैध ने उपासी के पति रामचरण मांझी को इसी जड़ी बूटी दवा का लाभ बताते हुए कहा कि यह दवा तुम्हारे हर बीमारी को खत्म कर देगा।परन्तु रामचरण ने दवा खाने को राजी नहीं हुआ। इसपर दोनों वैध ने रामचरण को दवा के फायदे दिखाने के चक्कर में दोनों जड़ी बूटी की दवा खाएं और रामचरण को विश्वास दिलाते हुए उसे भी जड़ी बूटी की दवा खिला दिया। आधे घंटे के बाद ही इन तीनो की उल्टियां शुरू हो गई एवं बैचेनी बढ़ गई। इसके बाद दोनों वैध को सीएचसी पेटरवार में भर्ती कराया गया। जहां पर प्राथमिक उपचारोआंत दोनों वैध को सदर अस्पताल बोकारो रेफर कर दिया गया। इसके बाद रामचरण मांझी को सीएचसी पेटरवार में भर्ती कराया गया, जिन्हें प्राथमिक उपचारोआंत रेफर कर दिया गया। इसके बाद उपासी देवी को सीएचसी पेटरवार लाया गया, जहां पर चिकित्सक डा अजय कुमार चौधरी ने इन्हें मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही पेटरवार थाना पुलिस सीएचसी पेटरवार पहुंचकर मामले की तफ्तीश में जुटी है।इधर जड़ी बूटी की दवा खाने वाले दोनों वैध एवं मृतका के पति की हालत गंभीर बताई जा रही है।