भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 7 रन से हराकर दूसरी बार टी20 वर्ल्ड कप जीत लिया है. विराट कोहली ने इस मैच में 76 रन की पारी खेली, उसके बाद गेंदबाजों ने डेथ ओवरों में दमदार बॉलिंग करते हुए दक्षिण अफ्रीका को जीत दर्ज करने से रोका. आखिरी 4 ओवर में अफ्रीका को 26 रन की जरूरत थी, फिर भारतीय बॉलर्स ने कसी हुई गेंदबाजी करते हुए 7 रन से टीम को जीत दिलाई. विराट कोहली ने इस मैच में 76 रन की पारी खेली और अक्षर पटेल ने भी 47 रनों का अहम योगदान दिया. जीत दिलाने का बाकी काम गेंदबाजों ने पूरा किया.
भारत ने दिया था 177 का लक्ष्य
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया था. हालांकि रोहित शर्मा, ऋषभ पंत और सूर्यकुमार यादव इस मैच में बड़ी पारी नहीं खेल सके. मगर उसके बार विराट कोहली और अक्षर पटेल के बीच 72 रन की साझेदारी ने टीम इंडिया की मैच में वापसी करवाई. अक्षर पटेल ने 31 गेंद में 47 रन और विराट कोहली ने 59 गेंद में 76 रन की पारी खेली. शिवम दुबे ने भी 16 गेंद में 27 रन की पारी खेलकर भारत को 176 रन तक पहुंचने में मदद की.
डी कॉक और स्टब्स की पार्टनरशिप से बदला मैच का रुख
दक्षिण अफ्रीका के लिए शुरुआत अच्छी नहीं रही क्योंकि रीजा हेंड्रिक्स और कप्तान एडन मार्करम चार-चार रन बनाकर आउट हो गए. मगर यहां से क्विंटन डी कॉक और ट्रिस्टन स्टब्स ने 68 रन की साझेदारी करके दक्षिण अफ्रीका की मैच में वापसी करवाई. स्टब्स ने 21 गेंद में 31 रन और डी कॉक ने 31 गेंद में 39 रन की पारी खेली.
हेनरिक क्लासेन की मेहनत गई बेकार
हेनरिक क्लासेन तब बैटिंग के लिए क्रीज़ पर उतरे जब दक्षिण अफ्रीका का स्कोर 3 विकेट पर 70 रन बना लिए थे. क्लासेन ने यहां से ताबड़तोड़ बैटिंग शुरू की और उन्होंने मात्र 23 गेंद में अर्धशतक पूरा किया. उन्होंने 2 चौके और 5 छक्के लगाकर अपनी फिफ्टी पूरी की. क्लासेन ने 27 गेंद में 52 रन बनाए. 15वें ओवर में क्लासेन ने अक्षर पटेल के 24 रन बटोरे जहां से मैच पूरी तरह पलटा हुआ नजर आने लगा था. मगर आखिरी 4 ओवरों में भारत ने गेंदबाजी के दम पर वापसी की.
आखिरी 4 ओवरों में बदल गई कहानी
16 ओवर के बाद दक्षिण अफ्रीका ने 4 विकेट के नुकसान पर 151 रन बना लिए थे. अफ्रीका को आखिरी 4 ओवर में जीत के लिए 26 रन बनाने थे. 17वें ओवर की पहली ही गेंद पर हार्दिक पांड्या ने क्लासेन को आउट कर दिया. अगले 2 ओवरों में सिर्फ 6 रन आए. 19वें ओवर में अर्शदीप सिंह ने केवल 4 रन दिए, जिससे मैच का रुख भारत की ओर आ गया था. आखिरी ओवर में हार्दिक पांड्या ने केवल 8 रन देकर भारत की 7 रन से जीत सुनिश्चित की.