भारतीय हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक 2024 में शानदार प्रदर्शन करते हुए ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया है. 8 अगस्त को खेले गए कांस्य पदक के मुकाबले में भारत ने स्पेन को 2-1 से हराया. भारतीय टीम ने लगातार दूसरे ओलंपिक गेम्स में कांस्य पदक जीता है. इससे पहले उसने टोक्यो गेम्स में भी कांस्य अपने नाम किया था.
भारतीय हॉकी टीम का 13वां मेडल
भारतीय हॉकी टीम ने ओलंपिक के इतिहास में अपना 13वां मेडल जीता है. भारत अब तक रिकॉर्ड 8 गोल्ड, एक सिल्वर और चार कांस्य पदक जीत चुका है,
भारतीय हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक 2024 में शानदार प्रदर्शन करते हुए ब्रॉन्ज मेडल जीत लिया है. 8 अगस्त (गुरुवार) को खेले गए कांस्य पदक के मुकाबले में भारत ने स्पेन को 2-1 से हराया. भारतीय टीम ने लगातार दूसरे ओलंपिक गेम्स में कांस्य पदक जीता है. इससे पहले उसने टोक्यो गेम्स में भी कांस्य अपने नाम किया था. भारतीय टीम की जीत के हीरो कप्तान हरमनप्रीत सिंह रहे, जिन्होंने दो गोल (30वें एवं 33 मिनट) दागे.
आखिरी मैच में श्रीजेश का भी चला जादू
आखिरी मैच खेल रहे गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने भी कमाल किया और कुछ बेहतरीन सेव किए. स्पेन की ओर से इकलौता गोल कप्तान मैक्स मिरालेस (18वें मिनट) ने किया. भारतीय हॉकी टीम ने ओलंपिक के इतिहास में अपना 13वां मेडल जीता है. भारतीय हॉकी टीमअब तक ओलंपिक में रिकॉर्ड 8 गोल्ड, एक सिल्वर और चार कांस्य पदक जीत चुका है, देखा जाए तो पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत का ये चौथा ब्रॉन्ज मेडल रहा. इससे पहले भारत के तीनों ब्रॉन्ज मेडल शूटिंग में आए थे.
पहले क्वार्टर में दोनों टीमों के बीच काफी रोमांचक खेल हुआ, हालांकि दोनों टीमें कोई गोल नहीं कर सकीं. फिर दूसरे क्वार्टर में स्पेन ने कमाल का खेल दिखाया, जब कप्तान मैक्स मिरालेस पेनल्टी स्ट्रोक पर गोल्ड करने में कामयाब रहे. इस क्वार्टर की समाप्ति के कुछ सेकंड्स पहले ही भारत को पेनल्टी कॉर्नर मिला, जिसपर हरमन गोल करने में कामयाब रहे. हरमन ने तीसरे क्वार्टर में भी एक गोल दागकर भारत को 2-1 से आगे कर दिया. आखिरी क्वार्टर में स्पेन को गोल करने के कई मौके मिले, लेकिन भारतीय डिफेंस ने उन्हें नाकाम कर दिया.
स्पेन के खिलाफ ओलंपिक में भारत ने 11 में से 8 मैच जीते, एक हारा और दो ड्रॉ खेले हैं. इस मुकाबले से पहले तक पिछले पांच मैचों में से 4 में भारत को जीत मिली थी, जिसमें फरवरी में प्रो लीग के दो मुकाबले शामिल हैं. एफआईएच डाटा हब के अनुसार भारत और स्पेन के बीच पिछले 10 साल में 17 मैच खेले गए, जिनमें से भारत ने 7, स्पेन ने 5 जीते और 5 ड्रॉ रहे.
भारतीय टीम को पेरिस ओलंपिक में पूल-बी में रखा गया था. भारतीय टीम ने अपने पहले पूल मैच में न्यूजीलैंड को 3-2 से मात दी थी. फिर उसने अर्जेंटीना के खिलाफ 1-1 से ड्रॉ खेला. इसके बाद भारतीय टीम ने तीसरे मैच में आयरलैंड को 2-0 से रौंदा था. हालांकि उसे टोक्यो ओलंपिक की चैम्पियन बेल्जियम के खिलाफ जरूर 1-2 से हार झेलनी पड़ी थी. फिर अगले मुकाबले में भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया को 3-2 से हरा दिया. पूल-बी में भारत के अलावा न्यूजीलैंड, अर्जेंटीना, आयरलैंड, बेल्जियम और ऑस्ट्रेलिया की टीमे भी थीं. वहीं पूल-ए में नीदरलैंड्स, जर्मनी, ब्रिटेन, स्पेन, साउथ अफ्रीका और मेजबान देश फ्रांस शामिल रहे. दोनों ही ग्रुपों से चार-चार टीमें क्वार्टर फाइनल में पहुंचीं थीं.
भारतीय टीम ने क्वार्टर फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन को 2-1 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया था. हालांकि सेमीफाइनल में भारत को जर्मनी के खिलाफ 2-3 से हार का सामना करना पड़ा था. बता दें कि गोल्ड मेडल मैच में जर्मनी की टक्कर नीदरलैंड्स से है. नीदरलैंड्स ने स्पेन को 4-0 से हराकर फाइनल का टिकट कटाया था.
पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए भारतीय हॉकी टीम
गोलकीपर: पी आर श्रीजेश.
डिफेंडर: जरमनप्रीत सिंह, अमित रोहिदास (सेमीफाइनल से बाहर), हरमनप्रीत सिंह, सुमित, संजय.
मिडफील्डर: राजकुमार पाल, शमशेर सिंह, मनप्रीत सिंह, हार्दिक सिंह, विवेक सागर प्रसाद.
फॉरवर्ड: अभिषेक, सुखजीत सिंह, ललित कुमार उपाध्याय, मंदीप सिंह, गुरजंत सिंह.
वैकल्पिक खिलाड़ी : नीलकांत शर्मा, जुगराज सिंह, कृष्ण बहादुर पाठक
गोल्ड लाना है! नीरज चोपड़ा के सामने पाकिस्तान के अरशद नदीम समेत इन 5 खिलाड़ियों का चैलेंज
क्या नीरज चोपड़ा पेरिस ओलंपिक में 90 मीटर का आंकड़ा पार कर पाएंगे… क्या टोक्यो ओलंपिक जैसा कारनामा नीरज पेरिस में भी रचेंगे? नीरज पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत के गोल्ड मेडल की सबसे बड़ी उम्मीद हैं. उन्होंने 6 अगस्त को पेरिस में क्वालिफाइंग मुकाबले में 89.34 मीटर दूर जैवलिन फेंका. खास बात यह रही कि यह पेरिस 2024 के क्वालिफाइंग मुकाबले में नीरज ने जो थ्रो फेंका, वह ओवरऑल कंपटीशन में बेस्ट रहा. वहीं नीरज का इस सीजन का भी सर्वश्रेष्ठ थ्रो रहा. ऐसे में यह भारत के लिए अच्छी बात बात है.
दूसरी ओर नीरज के लिए पेरिस ओलंपिक में 90 मीटर प्लस जैवलिन फेंकने वाले एथलीट्स खतरे की घंटी हैं. दरअसल, जिन 12 जैवलिन थ्रोअर ने पेरिस ओलंपिक में क्वालिफाई किया है, उनमें से 5 खिलाड़ियों ने कभी ना कभी 90 मीटर या 90 मीटर प्लस का थ्रो फेंक चुके हैं.
इनमें पाकिस्तान के अरशद नदीम भी शामिल हैं. अरशद नदीम ने पेरिस ओलंपिक के क्वालिफाइंग मुकाबले में 86.59 का जैवलिन थ्रो किया, जो अरशद का सीजन बेस्ट है. ऐसे में नीरज को यदि गोल्ड मेडल जीतना है तो उन्हें हर हालत में 90 मीटर के तो पार जैवलिन फेंकना ही होगा.
वैसे नीरज चोपड़ा का सर्वश्रेष्ठ थ्रो 89.94 मीटर का है, जो 30 जून 2022 को स्वीडन में स्टॉकहोम डायमंड लीग में दर्ज किया था. यह जैवलिन थ्रो भारत में पुरुषों के राष्ट्रीय रिकॉर्ड और नीरज चोपड़ा के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ के रूप में भी दर्ज है.
कौन हैं वो 12 में से 5 खिलाड़ी जो फेंक चुके हैं 90 मीटर पार जैवलिन
पेरिस ओलंपिक में जिन 12 खिलाड़ियों ने जैवलिन थ्रो में क्वालिफाई किया है, उनमें 5 ऐसे हैं जो कभी ना कभी 90 मीटर दूर भाला फेंक चुके हैं.
1: वर्ल्ड नंबर 2 नीरज चोपड़ा और गोल्ड मेडल के बीच अगर कोई खिलाड़ी है तो वह हैं 33 साल के जैकब वाडलेच. क्योंकि वह वर्ल्ड नंबर 1 हैं. इस सीजन में उनका बेस्ट जैवलिन थ्रो 88.65 का रहा. वहीं उनका पर्सनल बेस्ट रिकॉर्ड 90.88 है. वाडलेच का यह चौथा ओलंपिक है.
2: वर्ल्ड नंबर 6 ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स का पर्सनल बेस्ट थ्रो 93.07 मीटर है. 26 साल के एंडरसन पीटर्स का सीजन बेस्ट थ्रो 88.63 है. उनका यह दूसरा ओलंपिक है. टोक्यो ओलंपिक में उन्होंने थ्रो 80.42 मीटर दूरी पर फेंका था.
3: दुनिया के नंबर 9 खिलाड़ी केशोर्न वाल्कोट भी उन खिलाड़ियों में शुमार हैं, जो 90+ (90.16 मीटर) दूर जैवलिन फेंक चुके हैं. 33 साल के वाल्कोट त्रिनिदाद और टौबेगो से ताल्लुक रखते हैं.
4: पाकिस्तान के अरशद नदीम भी उन खिलाड़ियों में शामिल हैं, जो 90 मीटर दूर जैवलिन थ्रो फेंक चुके हैं. हालांकि 27 साल के अरशद के इंजरी के बाद वापसी कर रहे हैं.
5: केन्या के जूलियस येगो का बेस्ट जैवलिन थ्रो 92.72 मीटर दूर रहा है. 35 साल के येगो का चह चौथा ओलंपिक है.
Paris Olympics
पेरिस ओलंपिक के क्वालिफाइंग में किसका थ्रो बेस्ट
पेरिस ओलंपिक के क्वालिफाइंग में नीरज चोपड़ा के पीछे ग्रेनाडा के एंडरसन पीटरसन रहे. पीटरसन ने 88.63 मीटर दूर जैवलिन थ्रो किया, जो उनका सीजन बेस्ट रहा. इसके अलावा जर्मनी के जूलियन वेबर ने 87.76 मीटर दूर जैवलिन फेंका था. इसके अलावा केन्या के जूलियस येगो ने 85.97 दूर अपना जैवलिन फेंका. वहीं, नीरज के एक और कड़े प्रतिद्वंद्वी और वर्ल्ड नंबर 1 चेक गणराज्य के जैकब वाडलेच ने क्वालिफिकेशन में 85.63 दूर भाला फेंका था.
इसके इतर क्वालिफाइंग में फिनलैंड के टोनी केरानेन ने अपना पर्सनल बेस्ट थ्रो 85.27 मीदर दूर फेंका था. वहीं, एक और खिलाड़ी जिस पर आज नजर रहेगी, उनमें ब्राजील के दा सिल्वा लुइज मौरिसियो भी हैं. दा सिल्वा ने क्वालिफाइंग में 85.91 मीटर जैवलिन फेंकर एरिया रिकॉर्ड (नेशनल रिकॉर्ड, ब्राजील के स्तर) बनाया था.
साल 2024 के बेस्ट जेवलिन थ्रो वाला खिलाड़ी चूका
साल 2024 के बेस्ट जेवलिन थ्रो की बात करें तो यह रिकॉर्ड जर्मनी के मैक्स डेहनिंग के नाम था. जिन्होंने इस सीजन यानी साल 2024 का बेस्ट थ्रो 90.2 मीटर फेंका था. लेकिन पेरिस ओलंपिक में क्वालिफाइंग में वह 79.24 मीटर ही फेंक सके. जबकि क्वालिफाई के लिए ग्रुप ए और ग्रुप बी से टॉप 12 या 84 मीटर दूर भाला फेंकने की शर्त थी.