स्थानीय लोंगो एक हमलावर को पकडक़र पुलिस को सौंपा
जमशेदपुर 14 जून संवाददाता:सिदगोड़ा थाना के कालूबगान में पिछले दिनों टाटा मोटर्स कन्वाई की गाडिय़ों की पार्किंग को लेकर चल रहे रस्साकसी में कर्मे द्वारा की गई जगदीप सिंह की हत्या के मामले में गवाह मंजीत सिंह उर्फ विक्की को निशाना कर आज गोली चलाई गई। जिसमें वह बाल बालबच गया लेकिन एक अल्पवयस्क निर्दोष बालक गोली का शिकार हो गया। फिलहाल उसका इलाज एमजीएम अस्पताल में चल रहा है।
यह घटना पुलिस खासकर सिदगोड़ा थाना की ढिलाई और असामाजिक तत्वों द्वारा दिखाई जाने वाली खुलेआम रंगबाजी का नजीता माना जा रहा है। जगदीप हत्याकांड में जो युवक शामिल थे,वे ही आज भी गोली चलाने में आगे थे। उक्त हत्याकंांड में मुख्य आरोपी कर्मे और कुछ युवकों का नाम था. पुलिस ने अनुसंधान में अन्य की पहचान जानते हुए भी नहीं की और न ही उन्हें पकड़ा। तत्कालीन थाना प्रभारी अपने आप में नमूना थे लेकिन उनके स्थानांतरण के बाद आये वर्तमान थानेदार ने भी इस मामले को हल्के में लिया।हत्याकांड के गवाह विक्की को हमेशा किसी न किसी बहाने निशाना बनाकर कर्मे के लोग दबाव में लेना चाहते हैं। आज जो गोलीबारी हुई उसमें कर्मे के भाई परमजीत सिंह, चरणजीत सिंह चन्नी, व उसके साथी थे। कहा जाता है कि विक्की को पहले पकडक़र उन लोगों ने पीटने की कोशिश की और उसपर चापड़ से प्रहार करना चाहा। इस नजारा में जब विक्की बचता रहा तो उसपर गोली चला दी। जब उसने अपने को गोली से बचाया तोवही गोली झगड़ा देखने के लिये खड़े 13 साल के एक बच्चे को जा लगी।
आज एक बार फिर करमे उर्फ करमजीत सिंह का आतंक देखने को मिला । करमजीत उर्फ कर्मे भले जेल में है लेकिन
कथित तौर पर उसके लोग आज शाम कालु बगान में हत्याकांड के गवाह मंजीत सिंह उर्फ विक्की व दीपक सिंह आदि की तलाश में उनके आवास कालुबागन हथियार से लैस होकर पहुंचे और गोलियां चलाईं। घटना के बाद पूरे इलाके मेंं अफरा तफरी मच गयी स्थानीय लोंगो ने एक हमलावर गोलुमरी टुइलाडुंगरी निवासी गोलू को पकडक़र पुलिस को सौंपा है। वह अवैध शराब के धंधेबाज रवि खेड़ा का भाई बताया जाता है। यहां से नशीला पदार्थ की ढुलाई कर कानपुर ले जाने के क्रम में कानपुर में उसकी गिरफ्तारी भी हुई थी जहां जेल में रहने के बाद वह निकला है। घटना स्थल से अन्य हमलावर भागने में सफल रहे। घटना की सूचना पाकर मौके पर जिला पुलिस की टीम पहुंची व घटना स्थल से खोखा भी बरामद की है मालूम हो कि कालु बगान मेंं टा्रंसपोर्टर विजय सिंह द्वारा करमजीत उर्फ कर्मे के मार्फत क्वार्टर इलाके में कान्वाई लगवाया जाता था । जगदीप इसका विरोध करता था। । विवाद को लेकर जगदीप की पीट पीट कर बेरहमी से हत्या कर दी गयी थी। उक्त हत्याकांड में पुलिस ने कर्में समेत तीन को जेल भेजा है. न्यायालय में मामला विचाराधीन है.
इस घटना ने सिदगोड़ा थाना क्षेत्र में बदमाशों, उचक्कों, दो नंबरी कारोबार करने वाले लोगों के बढे मनोबल और पुलिस की लापरवाही अथवा उनके साथ मिली भगत कोएक बार फिर बुरी तरह उजागर कर दिया है। उल्लेखनीय है कि सिदगोड़ा थाना क्षेत्र में अपराधियों का मनोबल इतना बढा है कि आये दिन महिलाओं के गले से चेन की छिनतई हो रहरी है। कल ही एग्रिको के पास एक महिला भालूबासा में अपने दुकान का काम समेटकर घर लौट रही थी तो उचक्कों ने उसके गले से चेन छीन लिया। कुछ दिनों पहले सिदगोड़ा पेट्रोल पंप के पास एक उम्र दराज महिला के गले से चेन छीनकर कुछ उचक्के भागे। सिदगोड़ा बाजार में जुआ और मटके का खुलेआम कारोबार चलने की सूचना है। गांजा और अन्य मादक पदार्थों का भी धंधा तेजी से बढा हुआ है। बारीडीह बस्ती और बागुनहातु में नदी से बालू की चोरी थाना की कमाई का एक प्रमुख जरिया है। आज बालू का कारोबार बेशकीमता बना है जिस कारण लाखों के कारोबार में कई संदिग्ध और अपराध से जुड़े लोग लिप्त हैं। इन सबके कुकर्मो की जानकारी पुलिस को रहती है। लेकिन उनपर कार्रवाई क्यों नहीं की जाती,यह लिखनेकी जरुरत नहीं। कहने के लिये यहां आनेवाले थानेदार कहते हैं कि भाजपा खेमा और उसी से अलग हुए भारतीय जनतंत्र मोर्चा की राजनीतिक रस्साकशी के कारणयहां बड़ा तनाव रहता है लेकिन उसकी आड़ में थानेदार क्या क्यागुल खिलाते हैं, यह पिछले थानेदार के कई रिकार्डेड वर्सन से पुलिस प्रशासन के ध्यान में आ चुका है।वह सब गुल फिर से खिल रहे हैं।
सिदगोड़ा क्षेत्र में टाटा स्टील के कर्ई खाली क्वार्टरों पर दबंग और संदिग्ध आचरण के लोगों का कब्जा है जहां से तरह तरह के अवैध कारोबार , अपराधियों का जमावड़ा और उन्हें संरक्षण तथा मंत्र देने का काम किया जाता है।