New Delhi ,12 Oct: अमित खरे प्रधानमंत्री के सलाहकार नियुक्त किये गए हैं। उनकी यह नियुक्ति अवकाश प्राप्ति के उपरांत अनुबंध के आधार पर की गई है जो फिलहाल 2 वर्षों के लिए होगी। 1985 बैच के झारखंड कैडर के IAS अमित खरे का पिछले दिनों सेवावकाश हुआ। श्री खरे स्वच्छ, ईमानदार और लगनशील पदाधिकारी के रूप में ख्याति प्राप्त अधिकारी हैं । नयी दिल्ली प्रतिनियुक्ति के पूर्व वे झारखंड में मुख्य सचिव रह चुके हैं। वे चाईबासा के उपायुक्त भी रह चुके थे। बिहार में पशुपालन घोटाले का पहला मामला उन्होंने ही प्रकाश में लाया जो बाद में इतना बड़ा मामला बन गया कि लालू प्रसाद को सजा तक भोगनी पड़ रही है। केंद्र में प्रतिनियुक्ति के बाद वे सूचना प्रसारण विभाग में सचिव तथा उच्च शिक्षा विभाग में सचिव रहे। उच्च शिक्षा विभाग में रहते हुए नयी शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में उनका अहम रोल रहा। श्री खरे की कार्यशैली ” हॉट पोटैटो” की तरह रही जब सरकारें इन्हें संभाल नहीं पाती थीं, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने काफी महत्व दिया। उनकी धर्म पत्नी IAS श्रीमती निधि खरे भी केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर हैं।वे जमशेदपुर की उपायुक्त रह चुकी हैं। झारखंड में स्वास्थ्य सचिव के रूप में नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना के पिछली सरकार के कार्यकाल में उनका काफी योगदान रहा। श्री खरे की प्रधानमंत्री के सलाहकार के रूप में नियुक्ति झारखंड के लिए गौरव की बात है। इस पर पूर्व भाजपा नेता अमरप्रीत सिंह काले ने ट्वीट कर श्री खरे एवं झारखंड को बधाई दी है।