जमशेदपुर, साकची कालीमाटी रोड स्थित हुंडई मोटर्स के शो रुम यूनियन हुंडई की डीलरशिप कंपनी ने रद्द कर दी है। पुराने डीलर को बिलिंग पर रोक लगा दी गईहै और उसे सिर्फ स्टाक में उपलब्ध गाडिय़ों को बेचने की छूट दी गई है। विदित होकि यूनियन हुंडई शो रुम को दिखाकर उसके नियुक्त डीलर ने अनेकलोगों से कर्ज लिये थे और उस राशि को वह लौटा भी नहीं रहा था। कर्ज की राशि करोड़ो में बताई जाती है। इसी प्रसंग में कर्जदारों की टोली ने हरेराम सिंह के नेतृत्व में गत 5 फरवरी को अपना विरोध प्रदर्शन कियाऔर शो रुम में ताला मार दिया था। पूरा दिन शोरुम बंद रहा। बाद में पुलिस के हस्तक्षेप से एक समझौता के आधार पर अगले दिन ताला खोला गया लेकिन तबतक हुंडई मोटर्स का गुडविल प्रभावित हुआ।
उसके डीलर अरुण आहूजा और उनके पुत्र प्रतीक आहूजा ने जैसा कि पता चला, अपनी कंपनी शरद पोद्दार और उसके पिता पवन पोद्दार आदि को बेच दी जिसके लिये संभवत: कंपनी से कोई अनुमति भी नहीं ली गई। आहूजा परिवार ने सिर्फ हरेराम सिंह से लगभग तीन करोड़ रुपये उधार लिय हैं। इस तरह की उधारी अन्य कई व्यक्तियों के पास है। अरुण आहूजा की लगभग सभी बेशकीमती संपत्तियां पोद्दार परिवार ने ेले ली है। लेकिन पोद्दार परिवार द्वारा देनदारों को पैसा इस बिना पर देने से इनकार किया जा रहा है कि यह देनदारी आहूजा की है। ऐसेही क्षुब््ध लोगों ने उस दिन तालाबंदी की थी। और हुंडई कंपनी के पास भी जोरशोर से अपनी बात उठाई थी। हुंडई मोटर्स ने आज जमशेदपुर मे ंनये डीलर की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरु कर दी है और नई नियुक्ति की सार्वजनिक सूचना भी जारी की है।
आहूजा परिवार ऐशोआराम की जिंदगी और ठाट बाट मेंतो डूब ही गया है , अपने साथ कई कर्जदारोंको भी बीच मझधार में फंसा गया है। ऐेसे लोग पोद्दार परिवार से वसूली की योजना में लगे हुए हैं। शरद पोद्दार, पवन पोद्दार और घर की एक महिला के नाम से सोनारी थाने में इस तर्ज से संबंधित एक मुकदमा भी दर्ज हुआ है। शरद पोद्दार अल्कोर कांड का मुख्य खलनायक है जो शहर के एक संभ्रांत और प्रतिष्ठित होटल मालिक को गंदे आरोप में अपने साथ जेल भी ले गया।