झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन ने बृहस्पतिवार की शाम यहां राजभवन में राज्य के 13वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली. झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने राजभवन में हेमंत सोरेन को मुख्यमंत्री पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी.
नए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शपथ लेने के बाद राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को फूलों का गुलदस्ता दिया. राज्यपाल ने भी फूलों का गुलदस्ता भेंटकर नए मुख्यमंत्री को शुभकामनाएं दी.
हेमंत सोरेन ने झारखंड के 13वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद एक वीडियो संदेश जारी किया. 5 मिनट 14 सेकेंड के इस वीडियो में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के कार्यकारी अध्यक्ष ने देश और झारखंड की जनता को याद दिलाया कि 31 जनवरी 2024 को उन्होंने इसी जगह से लोगों को एक संदेश दिया था.
इस संदेश में उन्होंने कहा था कि विरोधियों ने उनके खिलाफ षड्यंत्र रचा. उन्होंने कहा कि वे अपने षड्यंत्र में कामयाब भी हुए. 5 महीने तक इन लोगों ने मुझे अलग-अलग तरीके से लंबे समय तक जेल में रखने का प्रयास किया. हमने भी कानूनी लड़ाई का रास्ता चुना. सड़कों पर आपने हमें भरपूर सहयोग दिया. अंतत: न्याय के आदेश के अनुरूप और न्याय ने मुझे पाक-साफ करार देते हुए बरी किया.
हेमंत सोरेन ने आगे कहा कि आज मैं पुन: आपके सामने हूं. 2019 में आप सब लोगों ने मुझे राज्य को एक दिशा देने के लिए, आपकी सेवा करने का मौका दिया था. लेकिन, षड्यंत्रकारियों को यह पचा नहीं कि एक आदिवासी नौजवान इतने ऊंचे पद पर रहे. अंतत: 31 जनवरी को इन लोगों ने बेबुनियाद आरोपों पर, झूठे मुकदमे बनाकर मुझे मुख्यमंत्री के पद से हटने के लिए मजबूर कर दिया.
झामुमो नेता ने कहा कि भगवान के घर में अंधेर नहीं रहता है. कहीं न कहीं आज आपलोगों की दुआ और आपका आशीर्वाद मिला. झारखंड एकता का जो परिचय आपने दिया है, उसके लिए हम आपके सदैव ऋणी रहेंगे. हमने पहले भी कहा है कि हम झारखंड प्रदेश और यहां के आदिवासी, पिछड़े, दलित, किसान, मजदूर की आवाज हैं. लड़कर झारखंड लिया है. गरीबों को कभी किसी ने प्यार से कुछ नहीं दिया, उन्हें हमेशा संघर्ष करना पड़ा है.
हेमंत सोरेन ने कहा कि जब आपने हमें सेवा करने का मौका दिया, तो हम अनवरत आपके दरवाजे तक पहुंचने की कोशिश की. लेकिन, इन लोगों ने एड़ी चोटी का जोर लगाकर हमारे कदमों को कुछ देर के लिए रोक दिया. हम फिर आपके बीच आ रहे हैं. आपका हक-अधिकार आप तक पहुंचाने का मेरा प्रयास रहेगा. मेरा हर एक निर्णय यहां के मूलवासी-आदिवासियों, दबे-कुचले, शोषित-पिछड़े वर्गों के लिए काम करूंगा.
अब मैं शपथ लेने जा रहा हूं. शपथ ग्रहण के बाद हमलोग जो रुकी हुई गाड़ी थी, उसको और गति के साथ आगे बढ़ाया जाएगा. गांव-गांव तक हम सबलोग पहुंचेंगे. सरकार के विकास कार्यों को रफ्तार दिया जाएगा. अंत में उन्होंने कहा कि झारखंड रुकेगा नहीं, झारखंड झुकेगा नहीं.