Jamshedpur,8 Dec: वायु सेना के हेलीकॉप्टर MI-17 V5 में CDS विपिन रावत और उनकी पत्नी भी सवार थे इस हेलीकाप्टर में। हादसे के बाद हेलीकॉप्टर में सवार 11 लोगों का शव बरामद होने की खबर है। हेलीकाप्टर में 14 लोग सवार बताए जा रहे हैं । विपिन रावत अपने स्टाफ के साथ एक लेक्चर में जा रहे थे। पूरे देश मे सनसनी है। CDS की कुशलता के लिए सब चिंतित हैं। VIP मूवमेंट में ऐसे ही हेलीकाप्टर का उपयोग किया जाता है।
घने जंगलों में हुए इस हादसे के बाद हेलिकॉप्टर में आग लग गई। इसमें चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका समेत सेना के 14 ऑफिशियल्स सवार थे। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, इनमें से 13 की मौत हो गई है। इनमें जनरल बिपिन रावत की पत्नी मधुलिका रावत भी शामिल हैं।
हादसे में झुलसने की वजह से शवों की पहचान नहीं हो पाई है। स्थानीय कलेक्टर के मुताबिक हादसे में बचने वाला एकमात्र शख्स पुरुष है। न्यूज एजेंसी सूत्रों के हवाले से बताया है कि शवों की पहचान के लिए DNA टेस्ट किया जाएगा।
रावत वेलिंगटन के मिलिट्री अस्पताल में भर्ती
हादसे के करीब एक घंटे बाद यह जानकारी दी गई कि जनरल रावत को वेलिंगटन के मिलिट्री अस्पताल ले जाया गया है। उनकी स्थिति के बारे में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। कुछ रिपोर्ट्स में दावा है कि वे गंभीर रूप से घायल हैं। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जनरल रावत के दिल्ली स्थित घर उनके परिवार से मिलने पहुंचे। इस हादसे पर रक्षामंत्री संसद में गुरुवार को बयान देंगे। जनरल बिपिन रावत देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ हैं। उन्होंने 1 जनवरी 2020 को यह पद संभाला। रावत 31 दिसंबर 2016 से 31 दिसंबर 2019 तक सेना प्रमुख के पद पर रहे।
घने जंगल और कम विजिबिलिटी हादसे की वजह
दिल्ली में उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि हादसे की वजह घने जंगल और कम विजिबिलिटी रहे। खराब मौसम के दौरान बादलों में विजिबिलिटी कम होने की वजह से हेलिकॉप्टर को कम ऊंचाई पर उड़ान भरनी पड़ी। लैंडिंग पॉइंट से दूरी कम होने की वजह से भी हेलिकॉप्टर काफी नीचे उड़ान भर रहा था। नीचे घने जंगल थे इसलिए क्रैश लैंडिंग भी फेल हो गई। इस हेलिकॉप्टर के पायलट ग्रुप कमांडर और सीओ रैंक के अधिकारी थे, ऐसे में मानवीय भूल की आशंका न के बराबर है।