नीति आयोग ने 2019-20 के लिए सालाना हेल्थ इंडेक्स जारी किया है. इंडेक्स में स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में हर साल राज्यों की रैंकिंग की जाती है. 19 बड़े राज्यों की सूची में यूपी को इस इंडेक्स में सबसे निचला स्थान मिला है. साल 2018-19 के इंडेक्स में भी यूपी ही सबसे निचले स्थान पर था.
इस इंडेक्स में केरल, तमिलनाडु और तेलंगाना को क्रमशः पहला , दूसरा और तीसरा स्थान मिला है. यूपी की रैकिंग भले न सुधरी हो, लेकिन स्कोर के मामले में यूपी ने सबसे ज्यादा सुधार किया है. 2018-19 में उत्तर प्रदेश का स्कोर 25.06 था, जबकि 2019 -20 में ये 30.57 रहा है. इसमें 5.52 का बदलाव हुआ है. दूसरे नंबर पर जिस राज्य के स्कोर में ज्यादा बदलाव हुआ है, उसमें असम है. असम ने 4.34 के बदलाव के साथ इस साल 47.74 स्कोर किया है. वहीं तेलंगाना ने भी स्कोर में 4.22 का सुधार किया है.
पिछली साल की रैकिंग में आंध्र प्रदेश 68.88 के स्कोर के साथ तीसरे स्थान पर था, मामूली स्कोर में सुधार के बाद भी आंध्र प्रदेश इस बार की रैकिंग में चौथे स्थान पर खिसक गया है. वहीं तेलंगाना चौथे स्थान से तीसरे स्थान पर पहुंच गया है. तेलंगाना का स्कोर साल 2018-19 में 65.74 था, जो इस बार 69.96 हो गया है.
रैकिंग में सुधार के मामले में असम ने बड़ी छलांग लगाई है. पिछली बार की रैकिंग में ये 15वें स्थान पर था और इस बार ये तीन स्थान के सुधार के साथ रैकिंग में 12वें नंबर पर पहुंच गया है. छोटे राज्यों में मिजोरम शीर्ष स्थान पर है, जबकि केंद्र शासित प्रदेशों में स्वास्थ्य के क्षेत्र में दिल्ली एवं जम्मू कश्मीर ने सभी मानकों पर सबसे नीचे है. वृद्धि संबंधी प्रदर्शन में सबसे ऊंचा स्थान हासिल किया.
रिपोर्ट में कहा गया कि लगातार चौथे सूचकांक में सभी मानकों पर केरल का प्रदर्शन सर्वश्रेष्ठ रहा. रिपोर्ट के अनुसार तेलंगाना का सभी मानकों और वृद्धि के संबंध में प्रदर्शन अच्छा रहा और दोनों में उसने तीसरा स्थान प्राप्त किया. राजस्थान ने संपूर्ण रूप से और वृद्धि के संबंध में कमजोर प्रदर्शन किया. यह रिपोर्ट स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा विश्व बैंक की तकनीकी सहायता से तैयार की गई है.