चन्द्रग्रहण के बाद मनेगी देव दिवाली, जलाए जाएंगे 21 हजार दीए
जमशेदपुर, 7 नवंबर (रिपोर्टर) : साकची अग्रसेन भवन में चल रहे श्री बालाजी महाराज का अखंड सवालाख हनुमान चालीसा पाठ के दौरान श्रीराम हनुमत कथा के दूसरे दिन कथावाचक श्रीराम मोहन महाराज ने सती चरित्र और शिव-पार्वती विवाह का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि श्रद्धा और विश्वास किसी भी रिश्ते के लिए सर्वश्रेष्ठ पूंजी है. शिव-पार्वती विवाह को श्रद्धा और विश्वास का मिलन बताते हुए उन्होंने कहा कि जीवन में शंका होना गलत नहीं, लेकिन अपनी शंका को बिना किसी प्रमाण के सच मान लेना सबसे बड़ी गलती है. इससे परिवार और संसार दोनों बिखर जाता है.
श्री नरसिंह बांध बालाजी धाम, टाटानगर शाखा द्धारा संतोष भाई (बर्नपुर) के सानिध्य में रोजाना की तरह आज भी सुबह शाम बालाजी की पूजन के बाद आरती, हनुमान चालीसा पाठ और श्रीराम हनुमंत कथा में भक्तगण शामिल हुए. बताया कि कल, मंगलवार को सूतक के दौरान भी हनुमान चालीसा पाठ जारी रहेगा. चन्द्रग्रहण खत्म होने के बाद रात्रि 8.30 बजे दरबार में देव दिवाली महोत्सव मनेगा, जिसमें 21 हजार दीपक प्रज्जलवित किये जाएंगे. हनुमान चालीसा पाठ के सातवें दिन सोमवार को पाठ के विश्रााम होने तक 1 लाख 39 हजार पाठ संपन्न हुआ. केवल सोमवार को 25,500 हजार पाठ हुए. कार्यक्रम को सफल बनाने में ओमप्रकाश रिंगसिया, सुरेश सोंथालिया, रामेश्वर भालोटिया, शंभू दयाल अग्रवाल, कृष्णा अग्रवाल, सांवरमल अग्रवाल, महेश सोंथालिया, विष्णु अग्रवाल, बजरंग अग्रवाल आदि योगदान दे रहे हैं.