राज्य सरकार ने कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह को 13 मई तक के लिए बढ़ा दिया है. इस बाबत मुख्य सचिव सुखदेव सिंह की ओर से आदेश जारी कर दिया गया है. जो पाबंदियां अभी लागू हैं वे जारी रहेंगी.
जारी आदेश में कहा गया है कि देश के कई राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए लॉकडाउन लगा है. ऐसे में वहां काम कर रहे झारखंड के मजदूर वापस आयेंगे. उनके वापस आने से राज्य के ग्रामीण इलाकों में कोरोना के केस बढ़ने के आसार हैं. ऐसे में उन्हें रोकने का समुचित प्रबंध करना होगा.
उच्च स्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री ने लिया निर्णय। कोई नई पाबंदी या रियायत नहीं। इस बार वन विभाग के दफ्तर भी खुले रहेंगे। बरसात से पहले पौधरोपण की तैयारियां कर सकेगा वन विभाग।
बैंक 2:00 बजे तक खुले रहेंगे लेकिन एटीएम दिन रात चालू रहेंगेराज्य में संक्रमण की रफ्तार में कुछ कमी आने से उत्साहित सरकार आनेवाले दिनों में सख्ती और भी बढ़ाने के पक्ष में दिख रही है। शादी और तमाम सामाजिक कार्यक्रमों की छूट को समाप्त भी किया जा सकता है। सरकार के कई मंत्री भी सख्ती बढ़ाने के पक्ष में दिख रहे हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डा. रामेश्वर उरांव ने इस सदंर्भ में स्पष्ट कहा कि व्यक्तिगत तौर पर वे सख्ती बढ़ाने के पक्ष में हैं क्योंकि इसके सकारात्मक परिणाम दिखने लगे हैं। वर्तमान लॉकडाउन का असर सरकार तक पहुंचने लगा है और अब सख्ती कर हमे बेहतर स्थिति में पहुंच सकते हैं। उन्होंने आम लोगों से स्वयं शादी समारोहों और ऐसे अन्य सामाजिक कार्यों की तिथियों को आगे बढ़ाने का आग्रह किया है।
राज्य सरकार को ऐसे मजदूरों का वापस आने पर टेस्ट करना होगा. जो मजदूर कोरोना नेगेटिव होंगे उन्हें सात दिनों तक होम क्वारंटाइन रहना होगा. उन्हें जिला प्रशासन की ओर से सुविधाएं उपलब्ध करायी जायेंगी. मजदूरों को घर भेजने से पहले रैपिड एंटीजन टेस्ट करना होगा