जमशेदपुर : गरीबों के लिए डॉ. नागेंद्र सिंह मिसाल है। वे अपनी मां की याद में हर साल दो माह तक शिविर लगातार गरीब मरीजों को मुफ्त में सर्जरी करते हैं। इस बार भी उन्होंने 427 मरीजों की सर्जरी करने का लक्ष्य रखा है। इसकी शुरुआत उन्होंने पांच मरीजों की सर्जरी कर की है। कपाली निवासी सापिया खातून बीते दो साल से पेट में तीन किलो का ट्यूमर लेकर भटक रही थी। चूंकि, उसके पास इलाज कराने को पैसा नहीं था। सापिया खातून नौकरानी का काम करती है। उसके पति का निधन हो चुका है। महिला के ओवरी में तीन किलो का ट्यूमर था। दर्द से परेशान रहती थी। उसके ऑपरेशन में लगभग
एक लाख रुपये खर्च बताया जा रहा था। इसी दौरान उसे गंगा मेमोरियल हॉस्पिटल में मुफ्त सर्जरी होने की जानकारी मिली तो चले आई। अब मरीज की सर्जरी हो चुकी है। उन्होंने कहा कि डॉ. नागेंद्र सिंह हमारे लिए भगवान समान है। अगर ये नहीं रहते तो शायद मेरी सर्जरी नहीं हो पाती। महिला के ओवरी में ट्यूमर बड़ा होने के कारण वह आंत से सट गया था। इस कारण उसका दो आपरेशन करना पड़ा। इसी तरह से पटमदा निवासी भासो टुडू,
मधुसुधन गोराई व भुइयांडीह निवासी नवीन मिश्रा का हाइड्रोसिल का आपरेशन किया गया। वहीं, पटमदा निवासी पुष्पा सहिस दिव्यांग है। वह न तो बोल पाती है और न ही सुन पाती है। उसके ओवरी में ट्यूमर था, जिसका आपरेशन किया गया। डा. नागेंद्र सिंह ने कहा कि हर साल वे अपनी मां की याद में दो माह तक शिविर लगाकर मरीजों की निश्शुल्क सर्जरी करते हैं। सिर्फ जांच व दवा पर मामूली खर्च आता है जो मरीजों को देना होता है। इस बार उन्होंने 427 मरीजों की सर्जरी करने का लक्ष्य रखा है। इसका लाभ कोई भी गरीब मरीज उठा सकता है। इसमें पीत के थैली में पत्थर, एपेंडिक्स, हर्निया, ओवरी का ट्यूमर, शरीर के ऊपरी भाग में किसी तरह का ट्यूमर सहित अन्य रोगी शामिल हो सकते हैं। डा. नागेंद्र सिंह अभी तक साढ़े पंद्रह हजार से अधिक नि:शुल्क सर्जरी कर चुके हैं।