Ranchi,25 May: परंपरा के अनुसार सांस चलते न कोई कफ़न की बात करता है,न कफन खरीद कर रखता है, लेकिन राजनीति में आज कफ़न की ही चर्चा है मानो राजनीति मुद्दों के बिना मर गयी हो।
झारखंड सरकार ने कोविड मृतकों को निःशुल्क कफ़न प्रदान करने की घोषणा की जिसके बाद बयानबाजियों का सिलसिला बन गया है। सोशल मीडिया पर इस विषय पर झारखंड सरकार की आलोचना की जा रही है।
बीजेपी ने पूछा है कि जिंदगी बचाने के बजाय क्या
सरकार को लोगों की मौत का इंतजार है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश एक वीडियो में यह कह रहे हैं सरकार इलाज की व्यवस्था करे, न कि लोगों के मरने का इंतज़ार करे।
बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी ने लिखा है-छोटी सी है बात बस समझ लीजिए
😷 ⚰️ से छोटा है..पहन लीजिये !
वरना सरकार तो कफ़न बांटने को तैयार बैठी है !!( मास्क पहनने की जागरूकता के बहाने उनकी यह टिप्पणी राज्य सरकार को निशाना कर लिखा गया)
प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने ट्वीटर पर टिप्पणी दी है-
जो यह कहकर आया माँ गंगा ने बुलाया,वो गंगा में बग़ैर कफ़न के लोगों को नंगा धकेले जा रहा है,उनके चमचे यहाँ कफ़न पर राजनीति कर रहे हैं! हम तो यही कह सकते है:
शर्म से वो शर्माते जिन्हें शर्म की परवाह हो
ये तो ख़ुद बेशर्म है शर्म इनसे शर्माती है.