UP की जेल में शूटआउट:चित्रकूट जेल में कैदियों के बीच चली गोली, मुख्तार गैंग के मेराज समेत दो बदमाशों की हत्या; एनकाउंटर में गैंगस्टर अंशु दीक्षित भी मारा गया

चित्रकूट
उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जेल में शुक्रवार को कैदियों के बीच गोली चल गई। इसमें वेस्ट UP के गैंगस्टर अंशु दीक्षित ने मुख्तार अंसारी के खास गुर्गे मेराज और बदमाश मुकीम काला की गोली मारकर हत्या कर दी। मेराज बनारस जेल से भेजा गया था, जबकि मुकीम काला सहारनपुर जेल से लाया गया था।
घटना की सूचना पर पुलिस फोर्स भी मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने अंशु दीक्षित को सरेंडर करने के लिए कहा, लेकिन वह लगातार फायरिंग करता रहा। बाद में पुलिस की जवाबी कार्रवाई में अंशु भी मारा गया।
वहीं, घटना की जांच के लिए प्रभारी उप महानिरीक्षक कारागार इलाहाबाद रेंज पीएन पांडे रवाना हो चुके हैं। जेल में तलाशी कराई जा रही है। जिलाधिकारी और SP मौके पर मौजूद हैं। फिलहाल जेल में स्थिति नियंत्रण में है।
CM योगी ने 6 घंटे में मांगी रिपोर्ट
CM योगी आदित्यनाथ ने चित्रकूट जेल में हुए शूटआउट के मामले में DG जेल से रिपोर्ट मांगी है। योगी ने कहा कि अगले 6 घंटे में कमिश्नर डीके सिंह, DIG के सत्यनारायण और ADG जेल संजीव त्रिपाठी मामले की जांच कर पूरी रिपोर्ट दें।
अंशु 3 अन्य कैदियों को भी मारने की धमकी दे रहा था
सूत्रों के अनुसार, वेस्ट UP के कुख्यात बदमाश अंशु दीक्षित ने सुबह की परेड के बाद अपने साथ बंद मेराज अहमद और मुकीम काला पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। हमले में दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद अंशु जेल के भीतर ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगा।
अंशु 5 अन्य बंदियों को भी मारने की धमकी दे रहा था। करीब आधे घंटे तक जेल कर्मी खौफ में उसके करीब नहीं गए। बाद में पुलिस आने पर उसकी घेराबंदी करके एनकाउंटर हुआ। ये भी बताया जा रहा है कि अंशु दीक्षित ने मुकीम, मेराज के अलावा तीन अन्य कैदियों पर भी हमला किया था।

सुबह साढ़े नौ बजे नाश्ते के साथ अंशु तक पहुंचाई गई पिस्टल
शूटआउट में अब जेल प्रशासन की भूमिका संदिग्ध नजर आने लगी है। जांच की सुई भी जेल कर्मियों की तरफ घूम गई है, लेकिन वारदात कैसे हुई? कोई अफसर इस पर बात करने को तैयार नहीं है। जेल सूत्राें के मुताबिक सुबह 9:30 बजे जेल के आदर्श कैदी सभी बैरकों में जाकर नाश्ता बांट रहे थे।
इसके थोड़ी देर पहले ही कैदियों की गिनती खत्म हुई थी और ज्यादातर कैदी बैरक से बाहर मैदान में थे। इसी दौरान बाल्टी में कच्चा चना और गुड़ लेकर दो कैदी अंशु की बैरक में दाखिल हुए। वह चना देकर जैसे लौटे अंशु ने पिस्टल से ताबड़तोड़ फायरिंग कर मेराज और मुकीम की हत्या कर दी। इससे साफ होता है कि नाश्ते के साथ ही पिस्टल भी अंशु तक पहुंचाई गई थी।

जेल में गोली चलने की क्रोनोलॉजी-
08 दिसंबर 2019:
अंशु दीक्षित इसी हफ्ते सुल्तानपुर जेल से चित्रकूट जेल भेजा गया, विशेष निगरानी रखने की हिदायत के साथ।
20 मार्च 2021:
मेराज को जिला जेल बनारस से स्थानांतरित करके चित्रकूट जेल लाया गया।
7 मई 2021:
मुकीम काला को जिला जेल सहारनपुर से चित्रकूट जेल लाया गया था।
14 मई 2021
हिदायत- तीनों को कड़ी निगरानी में रखने को कहा गया था, क्योंकि ये तीनों बड़े गैंगस्टर और इनामी बदमाश थे।
लापरवाही- लेकिन जेल प्रशासन ने कैसी निगरानी रखी कि अंशु के पास जेल में हथियार पहुंच गया?
अंजाम- अंशु ने मुकीम काला और मेराज को गोली मार दी। बाद में पुलिस फायरिंग में वह भी मारा गया। अब अपराधी भी खत्म, सबूत भी खत्म।

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