: बॉलीवुड को मंथन, अंकुर जैसी शानदार फिल्में देने वाले जाने-माने फ़िल्म निर्देशक श्याम बेनेगल का निधन हो गया है. लम्बे अर्से से बीमार चल रहे मगर फिर भी अलग अलग परियोजनाओं पर काम कर रहे श्याम बेनेगल की उम्र 90 साल थी. श्याम बेनेगल का निधन शाम 6.39 बजे हुआ.श्याम बेनेगल की बेटी पिया बेनेगल ने श्याम बाबू की मौत की पुष्टि की. बताया कि आज शाम 6.38 बजे उनका निधन मुम्बई सेंट्रेल स्थित वोकार्ट अस्पताल में हुआ.
इस बीमारी से थे पीड़ित
पिया बेनेगल ने बताया कि उनके पिता क्रॊनिक किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे और वो इस बीमारी के अंतिम चरण में पहुंच गये थे. श्याम बेनेगल की उम्र 90 साल थी. अंतिम संस्कार के बारे में बात में निर्णय लिया जाएगा. श्याम बेनेगल ने एक इंटरव्यू में बताया था कि उनकी दोनों किडनी फेल हो गई हैं और घर पर ही उनका डायलिसिस चल रहा है.
8 नेशनल अवॉर्ड जीते
श्याम बेनेगल की फिल्मों ने 8 नेशनल अवॉर्ड जीते थे. उन्होंने जुबैदा, द मेकिंग ऑफ द महात्मा, नेताजी सुभाष चंद्र बोसः द फॉरगोटन हीरो, मंडी, आरोहन, वेलकम टु सज्जनपुर जैसी दर्जनों बेहतरीन फिल्में बनाई हैं. उनकी फिल्मों ने 8 नेशनल अवॉर्ड जीते हैं. श्यान बेगेनल को दादा साहब फाल्के सम्मान भी मिल चुका है.
श्याम बेनेगल ने अपने करियर में 24 फिल्में, 45 डॉक्यूमेंट्री और 1500 एड फिल्म्स बनाई हैं. उन्हेंन 1976 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था. 1991 में श्याम बेगेन को पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया था.
फिल्मों से पहले करते थे फोटोग्राफी
फिल्मों में कदम रखने से पहले श्याम बेनेगल ने कई काम किए हैं. उन्होंने पहले अर्थशास्त्र में पढ़ाई की. उसके बाद उन्होंने फोटोग्राफी शुरू की थी.उन्हें फोटोग्राफी का बहुत शौक था. जब वो 12 साल के थे तब उन्होंने अपने पिता श्रीधर बी.बेनेगल के लिए कैमरे पर अपनी पहली फिल्म बनाई थी.
सेलेब्स ने जताया शोक
श्याम बेनेगल के निधन पर कई बॉलीवुड सेलेब्स दुख जाहिर कर रहे हैं. फिल्ममेकर शेखर कपूर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करके दुख जाहिर किया है. उन्होंने लिखा- वो सिनेमा की ई वेव लेकर आए थे. #shyambenegal को हमेशा ऐसे व्यक्ति के रूप में याद किया जाएगा जिन्होंने अंकुर, मंथन और अनगिनत अन्य फिल्मों के साथ भारतीय सिनेमा की दिशा बदल दी. उन्होंने शबामा आज़मी और स्मिता पाटिल जैसे महान कलाकारों को स्टार बनाया. अलविदा मेरे दोस्त और मार्गदर्शक.