हर-हर शंभू…गाने वाली फरमानी नाज का मुस्लिम उलेमा को दो टूक:बोलीं-ये उलेमा इस्लाम के नाम पर महिलाओं के हर काम को हराम बता देते हैं जब पति ने पीटा तब कहां थे

मुजफ्फरनगर
“जब मेरे पति ने मुझे छोड़ दिया था, तब ये उलेमा कहां थे। ये उलेमा इस्लाम के नाम पर महिलाओं के हर काम को हराम बता देते हैं। ये बताइए महिलाएं जाएं तो कहां जाएं।” ये कहना है ‘हर-हर शंभू’ गाकर सुर्खियों में आईं इंडियन आइडल फेम फरमानी नाज का। फरमानी मुस्लिम हैं। हरिद्वार में जब उन्होंने ‘हर-हर शंभू’ गाना गाया तो देवबंद के उलेमाओं ने उनके खिलाफ नाराजगी जाहिर की। कहा, “इस्लाम में नाच-गाना हराम है।”
फरमानी नाज के यूट्यूब पर लाखों की संख्या में फैन हैं। वे इंडियन आइडल सीजन-12 में भी दिखाई दी थीं।

फरमानी बोलीं- मेरे रहते पति ने दूसरी शादी की
फरमानी उलेमाओं के फतवे पर कहती हैं, “मैं जिन तकलीफों से गुजरी हूं, उसका अंदाजा इन उलेमाओं को नहीं है। मेरा पति मेरे साथ बैठकर दूसरी लड़की से बात करता था। रोकने पर मुझे मारता था, यही नहीं एक पत्नी के होते हुए उसने दूसरी शादी कर ली, तब इन उलेमाओं को इस्लाम की याद क्यों नहीं आई।”
फरमानी का अब तक का सफर…
फरमानी नाज बताती हैं, “2018 में मेरी शादी मेरठ के एक गांव में इमरान अहमद से हुई थी। शादी के बाद से ही मेरे विचारों को लेकर घर में झगड़ा होने लगा। मेरे पति का किसी और लड़की के साथ अफेयर था। मेरे सास-ससुर सब जानते थे।

मैं इस बात का विरोध करती थी तो मुझे मारा जाता था। जान से मारने की धमकी दी जाती थी। आप सोचिए एक लड़की को कैसा लगेगा, जब उसका पति उसे धोखा दे रहा हो। 2019 में मुझे एक बेटा हुआ। मुझे लगा बच्चा होने के बाद सब ठीक हो जाएगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं।

मेरे बेटे के गले में दिक्कत थी। वो बोल नहीं पाता था। इस बात को लेकर मुझे और मेरे बेटे को प्रताड़ित किया गया। कुछ दिनों बाद हम लोगों को घर से निकाल दिया गया। मेरे मां-बाप ने कर्ज लेकर मेरी शादी की थी। उसके बाद भी मेरे पति ने हम लोगों को छोड़ दिया।”

“मेरी मजबूरियों ने मुझे सिंगर बनाया”
फरमानी ने कहा, “मेरी आवाज बचपन से अच्छी थी, लेकिन मैंने कभी भी कोई शो नहीं किया था। मेरी मजबूरियों ने मुझे सिंगर बनाया है। जब मैं पति के घर से वापस आई तो खर्च को लेकर दिक्कतें आ रही थीं। बेटे का इलाज भी होना था। मैं किसी रोजगार की तलाश में थी।

तभी मेरे ताऊ के लड़के ने मुझे एक यू-ट्यूबर से मिलवाया। मेरी आवाज का टेस्ट हुआ। उनको मेरी आवाज बहुत पसंद आई। मैंने सबसे पहले हीर-रांझा का गाना गाया था। जिसको लोगों ने बहुत पंसद किया था। उसके बाद मुझे कुमार शानू के पास से ऑफर भी आया था। मैंने उनके साथ गाना गाया है। जल्द ही वो रिलीज हो जाएगा।

वहां से मेरी जिंदगी को एक नया मौका मिला। मैं पुरानी बातों को भुलाकर अपने बेटे का भविष्य बनाने में जुट गई। मैंने और मेरे भाई भूरा ने खूब मेहनत की। हम लोगों ने अपना स्टूडियो खोला। अभी मैं 15 गाने गा चुकी हूं।

नाज भक्ति के नाम से भी मेरा एक यूट्यूब चैनल है, जिसमें मैंने भक्ति से जुड़े गाने गाए हैं। मैं एक कलाकार हूं। मेरे लिए मेरे सारे सुनने वाले एक हैं। मैं अपनी कला को समुदाय में बांटकर खत्म नहीं करना चाहती हूं। शिव का गाना भी मेरे लिए एक भक्ति जैसा ही है।”
नाज ने 1 करोड़ रुपए की लागत से अपना स्टूडियो बनाया है। उनके स्टूडियो के अंदर एक मंदिर भी रखा हुआ है। जिसके ऊपर ऊं लिखा हुआ है।
“जिनको दिक्कत है वो गाना न सुनें”
फरमानी के हर-हर शंभू गाने पर देवबंद के उलेमाओं ने फतवा जारी करते हुए एक वीडियो जारी किया। इसके जवाब में फरमानी कहती हैं, “मुझे इन बातों से फर्क नहीं पड़ता है। मैं आगे भी ऐसे ही भजन गाती रहूंगी। सावन के महीने में मैंने कांवड़ियों के लिए ‘हर-हर शंभू’ गाना गाया है। आगे भी गाती रहूंगी। जिनको दिक्कत है, वो मेरा गाना न सुनें। मैं लोगों से यह भी कहूंगी कि अगर वो अच्छा नहीं बोल सकते हैं तो बुरा भी न बोलें।”

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