चांडिल : ”या कुन्देदुतुषारहारधवला या शुभ्रवस्त्रावृताया वीणावरदण्डमण्डितकरा या श्वेतपद्मासना।
या ब्रम्हाच्युत शंकरप्रभृतिभि देवै सदा वन्दिता, सा मां पातु सरस्वती भगवती निःशेषजाज्ञपाहा।।
शुक्लां ब्रह्मविचार सार परमामाद्यं
जगदव्यपिणीवीणापुस्तकधारिणीमभयदां।
जाय्नन्धाकारापहाम्हस्ते स्फटिकमालिकां विदधतीं, पद्मासने संस्थिताम्वन्दे तां परमेश्वरी भगवती बुद्धिप्रदां शारदाम।।”
सरायकेला खरसावां जिला अंतर्गत चांडिल अनुमंडल के हारुडीह-धादकीडीह में110 वर्ष से बसंत पंचमी के पवित्र अवसर पर सरस्वती पूजा का आयोजन किया जाता है। पूजा के तीसरे दिन से विशाल सांस्कृतिक मेला का आयोजन किया जाता है। यह मेला चार राज्य झारखंड, पश्चिम बंगाल, बिहार व ओड़िशा में प्रसिद्ध है। मेला परिसर में भव्य मंदिर है। मंदिर में संगमरमर के आकर्षक गणेश, सरस्वती, लक्ष्मी व शिवलिंग स्थापित है।
इस साल विधिपूर्वक पूजा के साथ 7 दिवसीय रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम मुख्य आकर्षण होगा। 16 व 17 फरवरी को सरस्वती मंदिर में वैदिक रीति रिवाजों से पूजा तथा पुष्पांजलि अर्पित की जायेगी। 18 फरवरी से सात दिवसीय मेला का आयोजन किया जायेगा। प्रथम दिन रात 8.30 बजे से आदित्यपुर के रघु ग्रुप द्वारा रंगारंग कार्यक्रम होगा। 19 फरवरी को दोपहर दो बजे से ओड़िशा के झुमुर सम्राट दीपक महतो के दल द्वारा झुमुर नृत्य, रात 10.30 बजे से पश्चिम बंगाल के ज्योत्स्ना देवी बनाम शीला देवी द्वारा प्राचीन बाई नृत्य प्रस्तुत किया जायेगा। उसी रात 10.30 बजे से अन्य मंच पर बोकारो के सारी सारना ऑपेरा की प्रस्तुति में संथाली ड्रामा ” बाई बाई ते बिन्दी ताड़ाम मे तोड़े सुताम आलोम तोपांग – 2020” का मंचन किया जायेगा। 20 फरवरी को दोपहर दो बजे से झाड़ग्राम के तापती महतो के दल द्वारा झुमुर नृत्य व रात 10 बजे से अंतराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त स्व0 गंभीर सिंह मुंडा के पुत्र कार्तिक सिंह मुंडा बनाम लोकप्रिय उस्ताद हेम सिंह महतो द्वारा मानभूम शैली की छऊ नृत्य की प्रस्तुति होगी। 21 फरवरी को दोपहर 2 बजे से तापती महतो के दल द्वारा झुमुर नृत्य। 22 फरवरी को दोपहर 2 बजे से उस्ताद बिनाधर कुमार बनाम केंद्रीय नवयुवा संघ छऊ नृत्य पार्टी द्वारा मानभूम शैली छऊ नृत्य प्रस्तुत किया जायेगा। 23 व 24 फरवरी को वनलता झुमुर धमाका के सुरजीत महतो के दल द्वारा झुमुर नृत्य प्रस्तुत किया जायेगा।
मेला संचालन कमिटी एक नजर में
संरक्षक : जनसेवा ही लक्ष्य के संस्थापक सह आजसू के केंद्रीय सचिव हरेलाल महतो, अध्यक्ष ठाकुरदास महतो, सचिव लक्ष्मीकांत महतो उर्फ गिडु कुड़मी, सदस्य : सोनाराम बेसरा, नंदलाल हांसदा, कार्तिक रजवाड़, साधु प्रमाणिक, जय शंकर महतो, सुजीत कुमार महतो, जितेन कर्मकार, सनत महतो, गिरिधारी कुड़मी, कृष्ण महतो, निमाई महतो, भास्कर महतो, चंद्रमोहन महतो, नरेंद्र नाथ महतो, खिरोद वरण महतो, राजेश रजवाड़, अनिल मुखी, राजेश कालिंदी, भूषण महतो, सुभाष महतो, बुधेश्वर महतो, बुकाराम महतो आदि।