चांडिल ,8 सितंबर। कपाली नगर परिषद कार्यालय के समीप स्थित खाली जमीन पर बने चाहरदीवारी को प्रशासन ने तोड़वा दिया और अतिक्रमण की गई जमीन को खाली कराया गया। चांडिल अंचल अधिकारी प्रणव अम्बष्ठ ने स्वयं उपस्थित होकर जेसीबी मशीन से चारदीवारी को ढहाया। इस दौरान अंचलाधिकारी ने बताया कि सरकारी जमीन है जिस पर अतिक्रमण को हटाया गया। इस जमीन पर नगर परिषद के लोगों के लिए पार्क व स्टेडियम बनाने का निर्णय लिया गया है। यहां करीब 80 डिसमिल जमीन है। जब अंचलाधिकारी से अतिक्रमण करने वाले लोगों का नाम पूछा गया तो उन्होंने बताने से इनकार किया। चारदीवारी तोड़े जाने के बाद दो लोगों ने आपत्ति जताई है। एमडी मुस्तफा ने कहा कि चांडिल के सीओ अचानक आए और चारदीवारी को जेसीबी मशीन से अचानक तोड़ डाला। एमडी मुस्तफा ने आरोप लगाया कि बगैर किसी तरह नोटिस या सूचना के चाहरदीवारी को तोड़ा गया,जबकि इसमें रैयती जमीन है। उन्होंने बताया कि काफी पहले लोगों के माध्यम से सूचना देकर सीओ अपने कार्यकाल बुलवाए थे जहां कार्यालय में सीओ ने कहा था कि उक्त जमीन सरकारी है, इसे अतिक्रमण मुक्त कराया जाएगा। एमडी मुस्तफा ने आरोप लगाते हुए कहा कि सीओ ने लेन देन कर मामले को सेटलमेंट करने का ऑफर दिया था लेकिन अपनी रैयती जमीन के लिए क्यों सेटलमेंट करें। उन्होंने बताया कि कथित तौर पर अतिक्रमण जमीन पर 99 डिसमिल रैयती जमीन है।
मोहम्मद राशिद ने स्वयं को जमीन का मालिक बताया है। उन्होंने कहा कि सरकारी जमीन के साथ साथ उसके प्लॉट नंबर 287 पर बनी चाहरदीवारी को भी तोड़ दिया गया, जबकि नोटिस तो देना चाहिए था, जमीन की नापी होनी चाहिए थी। उन्होंने बताया कि करीब 12 साल पहले यहां पर पांच कट्ठा जमीन खरीदी थी। बिना कागजात जांच पड़ताल किए सीओ ने चाहरदीवारी को तोड़ने का आदेश दे दिया।
एमडी मुस्तफा तथा मो० राशिद द्वारा अंचलाधिकारी पर लगाए गए आरोपों को लेकर अंचलाधिकारी प्रणब अम्बष्ठ ने कहा कि सरकारी नियम के अनुसार प्रक्रिया के तहत नोटिस भेजा गया था, उसके बाद ही अतिक्रमण मुक्त किया गया। उन्होंने बताया कि वह सरकारी जमीन है और किसी भी कीमत पर अतिक्रमण करने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पिछले एक साल से प्रशासन उक्त जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने का प्रयास कर रहै हैं, जहां पर पार्क व स्टेडियम बनाने का प्रस्ताव पारित हुई हैं।