हाथियों के आतंक से मुक्ति हेतु किसान भगवान से कर रहे हैं प्रार्थना

ग्रामीणों द्वारा जानकारी देने के बाद भी वन विभाग ने नहीं उठाया कोई कदम

चांडिल : सरायकेला खरसावां जिला के कुकड़ू प्रखंड क्षेत्र में रात के अंधेरे में हाथियों के झुंड द्वारा किसानों के खेत व घरों को अपना निशाना बनाया जा रहा हैं। दर्जनों गांवों के किसान हाथियों के आतंक के साया में जीने के लिए विवश है। ग्रामीणों का वन विभाग से भरोसा उठ गया है और वे लोग हाथियों के आतंक से मुक्ति के लिए अपने कुलदेवता तथा भगवान से प्रार्थना कर रहें हैं। रविवार को जंगली हाथियों के झुंड से बिछड़े 2 हाथियों ने कुकड़ू प्रखंड अंतर्गत काड़का व सिंदूरपुर गांव के किसानों के खेतो में लगे धान के फसलों को खाया और रौंद डाला। हाथियों ने अश्विनी सिंह, जटल सिंह, परान सिंह, नीतू सिंह व आघनु सिंह के खेतो में लगे धान के फसल को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया। ग्रामीण बताते हे कि जंगली हाथियों के आतंक का सिलसिला पिछले कुछ सालों से चल रहा हे। ग्रामीणों के शिकायत करने के बाबजूद अबतक वन विभाग द्वारा जंगली हाथियों को जंगल की और भगाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है । ग्रामीण महेश्वर सिंह मुंडा ने बताया कि पिछले दो – तीन दिनों से जंगली हाथियों का झुंड से बिछड़े 2 हाथी शाम होते ही गांव में आक्रमण करना शुरू कर देता है। इस साल बारिश सही ढंग से नहीं होने के कारण किसान धान की खेती बहुत ही कम जमीन में कर पाए, जितने भी हुआ हे उसे अभी जंगली हाथियों द्वारा नष्ट किया जा रहा है। ग्रामीणों ने बताया कि इसकी सूचना वन विभाग को दी गई लेकिन विभाग द्वारा हाथियों को भगाने के लिए कोई कदम नहीं उठाया और हम लोग जान माल की सुरक्षा के लिए अपने कुलदेव व भगवान से प्रार्थना कर रहें हैं।

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