किस्कू के हटाये जाने पर झामुमो का विरोध
जमशेदपुर, 21 फरवरी। चाईबासा जिला में एक-एक अधिकारी कई-कई विभागों के प्रभार में हैं. भूमि सुधार उपसमाहर्ता, अपर उपायुक्त, निदेशक राष्ट्रीय ग्रामीण नियोजन कार्यक्रम, निदेशक जिला ग्रामीण विकास अभिकरण, जिला स्थापना उप समाहर्ता, नोडल अधिकारी सदर अस्पताल चाईबासा, वरीय पदाधिकारी नजारत शाखा, निकासी एवं व्ययन पदाधिकारी विधायक मद, भू-अर्जन पदाधिकारी समेत पहले से ही नौ-नौ पदों का प्रभार ग्रहण किए हुए जिला भू-अर्जन पदाधिकारी एजाज अनवर को पश्चिम ङ्क्षसहभूम जिला डीएमएफटी सेल जैसे महत्वपूर्ण शाखा का एक और अतिरिक्त प्रभार दे दिया गया है। इस सेल का नोडल पदाधिकारी का प्रभार दिए जाने से कार्यों का न सिर्फ अतिरिक्त बोझ पड़ेगा बल्कि इस विभाग के साथ पूर्व के प्रभार वाले विभागों का कामकाज भी प्रभावित होगा।
झामुमो पश्चिम ङ्क्षसहभूम जिला समिति के सचिव सोनाराम देवगम ने बताया कि झामुमो पश्चिम ङ्क्षसहभूम जिला समिति का एक प्रतिनिधिमंडल इस मामले को लेकर उपायुक्त से मिलेगा और निर्णय पर पुनर्विचार करने का आग्रह करेगा । साथ ही साथ मंत्री श्रीमती जोबा माझी, विधायक दीपक बिरुवा और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी इससे अवगत करायेगा।
उल्लेखनीय है कि डी एम एफ टी के नोडल पदाधिकारी पहले कार्यपालक दण्डाधिकारी गिरिजानन्द किस्कू थे। श्री देवगम ने कहा कि उनका कार्यभार छीनने और पहले से ओवरलोड पदाधिकारी को जिम्मा देने से सरकार और प्रशासन के काम काज के रवैये को लेकर गलत संदेश गया है.
विदित हो कि उपायुक्त का जिले में तीन वर्षों का कार्यकाल खुद पूरा हो चुका है. इस बीच उन्हें सरायकेला-खरसावां जिला का अतिरिक्त प्रभार दे दिया गया है. सरायकेला-खरसावां अपने-आप में एक महत्वपूर्ण जिला है. चाईबासा में इस उपायुक्त के रहते तीन पुलिस अधीक्षक और दो कमिश्नर बदल गये. सरकार का कार्मिक विभाग अधिकारियों के स्थानांतरण और पदस्थापन को लेकर इन दिनों चर्चे में है. दो दिन पहले ही चंद्रमोहन कश्यप को दुमका का आयुक्त बनाया गया.