ईडी केस मैनेज के नाम पर ठगी मामले में एक बार फिर ईडी ने अपनी दबिश दी है. शनिवार की सुबह ईडी की टीम रांची के सुजाता सिनेमा हॉल के पास स्थित एक घर मे रेड कर ही है. मामला वकील सुजीत से जुड़ा हुआ है.
प्रदीप गुप्ता के यहां रेड
ईडी की टीम रांची के सुजाता सिनेमा हॉल के पास स्थित प्रदीप गुप्ता नाम के एक शख्स के आवास पर छापेमारी कर रही है. पूरा मामला ईडी के केस को मैनेज करने के नाम पर करोड़ों रूपये की ठगी से जुड़ा हुआ है. फिलहाल यह जानकारी नहीं मिल पाई है कि प्रदीप गुप्ता के यहां से क्या क्या बरामद हुआ है. पूरा मामला ईडी के केस को मैनेज करने को लेकर करोड़ों की वसूली से जुड़ा हुआ है. इस मामले को लेकर रांची के पंडरा थाने में एफआईआर दर्ज हुई थी, उसी एफआईआर के आधार पर ईडी ने ईसीआर दर्ज कर जांच शुरू की है.
क्यों दर्ज हुई थी एफआईआर
दरअसल कांके जमीन घोटाला में गिरफ्तार किए गए कमलेश के करीबी जमीन कारोबारी संजीव पांडेय ने ईडी को मैनेज करने के नाम पर वकील सुजीत कुमार पर 6 करोड़ रुपए ठगी करने का आरोप लगाया था. संजीव पांडे ने सुजीत कुमार के खिलाफ दो दिन पूर्व पंडरा थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई है. अपने आवेदन में संजीव पांडे ने लिखा है कि जो रुपए ईडी को मैनेज करने के नाम पर अधिवक्ता को दिए गए थे, उसमें कांके सीओ रहे जयकुमार राम ने अमन नाम के एक आदमी से तीन करोड़ 40 लाख नगद, एक आईफोन दिया गया था.
वहीं कांके के पूर्व सीओ और धनबाद डीटीओ दिवाकर द्विवेदी ने अपने भाई के माध्यम से एक करोड़ रुपए तथा नामकुम के पूर्व सीईओ प्रभात भूषण सिंह ने एक करोड़ रुपए दिए थे. लेकिन इसके बावजूद ईडी की चार्जशीट में सभी का नाम आ गया. जब पैसे अधिवक्ता से वापस मांगे गए तब उसने किस्तों में पैसे देने की बात कही थी लेकिन बाद में अधिवक्ता के द्वारा दूसरे पक्ष के लोगों पर अपहरण का मामला दर्ज करवा दिया गया. रांची पुलिस अभी मामले की जांच ही कर रही थी तब तक इसमें ईडी की एंट्री हो गई. इससे पूर्व पंडरा में दर्ज एफआईआर में जितने भी लोगों के एफआईआर में नाम हैं सबके ठिकाने पर ईडी रेड कर चुकी है.