सीएम आवास के बाहर करीब नौ घंटे डटे रहे कार्यकर्ता
रांची 20 जनवरी इएमएस: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से ईडी की टीम ने 7 घंटे तक पूछताछ की. पूछताछ के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने आवास से बाहर निकले और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. उनके बाहर निकलते ही कार्यकर्ताओं में जोश भर गया और वे जिंदाबाद के नारे लगाने लगे. सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि हम किसी से डरनेवाले नहीं है, जो सवाल होगा उसका जवाब दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि झारखंड संघर्षों का इतिहास रहा है. न हम कभी झुके थे और न कभी झुकेंगे. गोली खाने की जरूरत होगी तो सबसे पहले आपके नेतृत्वकर्ता गोली खायेंगे. हम कभी झुकेंगे नहीं. उन्होंने कार्यकर्ताओं को समर्थन देने के लिए धन्यवाद दिया.
कार्यकर्ताओं को संबोधित करने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पैदल ही सीएम हाउस के पीछे के गेट से वापस सीएम हाउस चले गये.
झारखंड मुक्ति मोर्चा के लोग खुशी से झूम उठे, फोड़े पटाखे
ईडी की पूछताछ के बाद हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी नहीं हुई तो उसके बाद झामुमो के कार्यकर्ता खुशी से झूम उठे और पटाखे फोडऩे लगे. झामुमो के कार्यकर्ता करीब 9 घंटे से डटे रहे और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जिंदाबाद के नारे लगाते रहे. ईडी के अधिकारी जब पूछताछ करने के बाद वापस चले गये उसके बाद झामुमो कार्यकर्ताओं में खुशी का अलग माहौल था. वे पटाखे फोड़ कर अपनी खुशियां जाहिर कर रहे थे.
हर परीक्षा कठिन होती है: विनोद पांडेय
सीएम आवास के बाहर झामुमो के महासचिव विनोद पांडेय ने कहा कि पूछताछ के बाद सीएम अपने कार्यकर्ताओं से मिले उनकी हौसला अफजाई की. साथियों को धन्यवाद भी दिया. उन्होंने कहा कि झारखंड संघर्षों से बना है. ऐसे में हम कभी संघर्षों से घबरानेवाले नहीं हैं. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा की परीक्षा हमेशा कठिन होती है. हमें पता नहीं होता कि किस तरह के सवाल पूछे जायेंगे. इसके बाद भी हमें तैयार रहना चाहिए और हम सभी तैयार हैं.
उल्लेखनीय है कि जमीन घोटाले मामले में ईडी के अधिकारियों ने करीब 7 घंटे लंबी पूछताछ की. शनिवार दोपहर 1 बजे ईडी के अधिकारी सीआरपीएफ के जवानों के साथ सीएम आवास पहुंचे थे. जानकारी के मुताबिक शाम 7:30 बजे तक सीएम हेमंत सोरेन जमीन घोटाले से जुड़े ईडी के सवालों का जवाब दे रहे थे. सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक़ ज़मीन घोटाले मामले में सीएम हेमंत सोरेन की ओर से दी गई जानकारी का मिलान करने के बाद ईडी एक बार और सीएम से पूछताछ के लिए समय मांग सकती है.
जानकारी के मुताबिक शाम 7:25 बजे तक सीएम हेमंत सोरेन जमीन घोटाले से जुड़े ईडी के सवालों का जवाब दे रहे थे. ईडी के अधिकारी पूछताछ खत्म कर शाम 8.20 बजे सीएम आवास से बाहर निकल गये. सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक़ ज़मीन घोटाले मामले में सीएम हेमंत सोरेन की ओर से दी गई जानकारी का मिलान करने के बाद ईडी एक बार और सीएम से पूछताछ के लिए समय मांग सकता है. बताया जा रहा है कि कुछ सवालों को लेकर सीएम असहज थे.
अधिकारी ने बताया कि जांच एजेंसी के अधिकारी दोपहर करीब एक बजे सोरेन के आवास पर पहुंचे। मौके पर बड़ी संख्या में तैनात सुरक्षा कर्मी मुख्यमंत्री आवास के आसपास गतिविधियों पर पैनी नजर रखे हुए थें।
राशन वितरण से संबंधित करोड़ों रुपये के कथित घोटाले के सिलसिले में पश्चिम बंगाल में ईडी अधिकारियों पर हुए हालिया हमले के मद्देनजर यह कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई। इस बीच, झामुमो ने सोरेन के आवास पर पार्टी के विधायकों की एक बैठक बुलाई। पार्टी महासचिव एवं प्रवक्ता सुप्रीयो भट्टाचार्य ने से कहा,‘ ईडी मुख्यमंत्री से पूछताछ कर रही है…हम भी अपनी बैठक कर रहे हैं…आगे की रणनीति, पूछताछ के नतीजे के आधार पर बनाई जाएगी।’’ जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी ने सोरेन से ईडी की पूछताछ शुरू होने से पहले कहा कि मुख्यमंत्री ने पार्टी कार्यकर्ताओं से धैर्य रखने को कहा है। अंसारी ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री मुझे देखने के बाद भावुक हो गए और हमसे धैर्य रखने को कहा।’’ सोरेन को ईडी के समन के खिलाफ आदिवासियों के प्रदर्शन के बारे में पूछे जाने पर भट्टाचार्य ने कहा कि यह स्वत: हुई प्रतिक्रिया है और झामुमो ने इसके लिए कोई आह्वान नहीं किया था।
तीर-धनुष से लैस झामुमो कार्यकर्ता मुख्यमंत्री आवास से करीब 100 मीटर की दूरी पर कथित तौर पर पाये गए। कांग्रेस की झारखंड इकाई के प्रमुख राजेश ठाकुर ने कहा कि सोरेन के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए पार्टी के विधायक भी मौजूद रहेैं। ईडी की पूछताछ के मद्देनजर झारखंड महाधिवक्ता राजीव रंजन, पुलिस महानिदेशक अजय कुमार सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी सोरेन के आवास पर थें। ईडी के अनुसार, यह जांच झारखंड में माफिया द्वारा भूमि स्वामित्व में अवैध परिवर्तन के एक बड़े गिरोह से संबद्ध है। मामले में अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के 2011 बैच के अधिकारी छवि रंजन भी शामिल हैं, जो राज्य के समाज कल्याण विभाग के निदेशक और रांची के उपायुक्त के रूप में कार्यरत थे। झामुमो विधायक रामदास सोरेन ने दावा किया कि ईडी की कार्रवाई झारखंड सरकार को अस्थिर करने का प्रयास है।
वहीं, भाजपा ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री राज्य भर में विरोध प्रदर्शनों को प्रायोजित कर खुद को पीड़ित प्रदर्शित करने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता अमर बाउरी ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री से उनके सरकारी आवास पर पूछताछ नहीं की जानी चाहिए थी। सोरेन गिरफ्तारी की आशंका के चलते डरे हुए हैं और इसलिए वह पूछताछ के लिए ईडी कार्यालय नहीं गए।’’ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि ईडी ने सोरेन का सम्मान करते हुए, मुख्यमंत्री आवास पर पूछताछ करने के उनके अनुरोध को स्वीकार किया। राज्य की 81 सदस्यीय विधानसभा में, सत्तारूढ़ गठबंधन के 47 विधायक हैं, जिनमें झामुमो के 29, कांग्रेस के 17 और राष्ट्रीय जनता दल तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के एक-एक विधायक शामिल हैं।