ईडी की बड़ी कार्रवाई
रांची,। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने फर्जी लीज चालान के आधार पर अवैध लौह अयस्क की ढुलाई मामले में तीन बड़ी कंपनियों के खिलाफ मनी लाउंड्रिंग एक्ट में कार्रवाई करते हुए उनकी चार करोड़, 10 लाख 83 हजार 241 रुपये की संपत्ति को जब्त किया है। इन कंपनियों में मेसर्स तिरुपति बालाजी एंटरप्राइजेज, मेसर्स एपिकल एक्जिम प्राइवेट लिमिटेड व मेसर्स रामगढ़ स्पंज प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं। ईडी ने इससे संबंधित अंतिम जब्ती आदेश भी जारी कर दिया है।
ईडी के पूर्व सीबीआइ की रांची शाखा ने इस मामले में केस दर्ज कर 31 जुलाई 2012, 29 अगस्त 2012, 11 फरवरी 2013 व 11 फरवरी 2013 को चार अलग-अलग आरोप पत्र दाखिल किया था। सीबीआइ ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर 4.33 करोड़ रुपये की अवैध कमाई के मामले में मेसर्स तिरुपति बालाजी एंटरप्राइजेज प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स रामगढ़ स्पंज प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स एपिकल एक्जिम प्राइवेट लिमिटेड व अन्य के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया था।
सीबीआइ की प्राथमिकी के आधार पर ही ईडी ने मनी लाउंड्रिंग एक्ट में प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया था। अनुसंधान के दौरान मेसर्स तिरुपति बालाजी एंटरप्राइजेज के प्रोपराइटर व एपिकल एक्जिम प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक राकेश कुमार सिंघानिया ही इस घोटाले के मुख्य अभियुक्त हैं। इसी तरह मेसर्स रामगढ़ स्पंज प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक महावीर प्रसाद रूंगटा भी उतने ही दोषी हैं।
अनुसंधान के दौरान आरोपित राकेश कुमार सिंघानिया व उनके परिवार के सदस्यों के बैंक खाते व अन्य दस्तावेज खंगाले गए तो पता चला कि सिंघानिया ने फर्जी कंपनियों के नाम पर पूरा खेल किया और करीब 3.37 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति बनाई। इसी तरह रामगढ़ स्पंज प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक महावीर प्रसाद रूंगटा के बैंक खातों की जांच में यह खुलासा हुआ कि उन्होंने इस काले कारोबार से 73.45 लाख रुपये की चल संपत्ति बनाई।
अनुसंधान में पुख्ता सबूत के साथ जब सारे तथ्य सामने आ गए, तब ईडी ने राकेश कुमार सिंघानिया व उनसे संबंधित कंपनी के 3.37 करोड़ तथा रामगढ़ स्पंज प्राइवेट लिमिटेड के 73.45 लाख रुपये की संपत्ति यानी कुल चार करोड़, 10 लाख 83 हजार 241 रुपये की जब्ती से संबंधित अंतिम जब्ती आदेश जारी किया है। इस पूरे प्रकरण में अनुसंधान अभी जारी है।